उत्तर प्रदेश में अगले साल विधान सभा चुनाव होने वाली है. जिसको लेकर राजनितिक सरगर्मियां धीरे धीरे तेज होने लगी है. सभी राजनितिक पार्टियां अपने अपने प्रत्याशियों के चयन करने में जुट गई है. बीजेपी की बात करें तो योगी के कैबिनेट विस्तार और संगठन में बदलाव की तैयारी में लगी है तो वहीं कांग्रेस भी अपने प्रत्याशी के चयन पर फोकस कर रही है.
दरअसल उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव को लेकर पार्टेियों ने कमर कस ली है. पिछले एक महीने के अंदर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने पूर्वांचल के 15 जिलों कांग्रेस अध्यक्षों से फोन पर बात की. इसके अलावा सभी से जिले की ग्राउंड रिपोर्ट मांगी. जिस भी प्रत्याशी ने अच्छा काम किया है सभी की लिस्ट मांगी हैं.
कांग्रेस के लोगो का कहना है कि कोरोना काल का समय पार्टी के लिए अच्छा मौका लेकर आया है. लोग केंद्र और राज्य दोनों ही सरकारों से नाराज हैं. बेरोजगारी, गरीबी और लोगों की मुश्किल बढ़ी हैं. ऐसे में लोगों का हमदर्द बनकर उसे वोट में आराम से कन्वर्ट किया जा सकता है. यही कारण है कि पार्टी की टॉप लीडरशिप की तरफ से 50 से ज्यादा संभावित कैंडिडेट्स को चुनाव की तैयारी करने का इशारा दे दिया गया है. ऐसे नेताओं से कहा गया है कि वह पूरा फोकस अपने क्षेत्र पर रखें. लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद करें. हर किसी के सुख-दुख में शामिल हों और उन्हें सरकार की खराब नीतियों के बारे में बताएं.