माफिया अतीक अहमद की हत्या को लेकर छलका पसमांदा समाज का दर्द

रिपोर्ट- मो0 रज़ी सिद्दीकी 

उत्तर प्रदेश, बाराबंकी। ऑल इंडिया मुस्लिम पसमांदा महाज के प्रदेश अध्यक्ष वसीम राइन ने कहा कि देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने हमारे समाज के बारे में सोचा है। वर्ना आजादी के बाद से किसी भी दल ने हम पसमांदा मुसलमानों की बात नहीं की है। उन्होंने इशारों-इशारों में आरोप लगाया कि विधानसभा में अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उकसाकर बहुत शातिराना अंदाज में हमारे बीच के एक मुस्लिम एमपी को दुनिया से दफा करवा दिया। ऐसे में मुस्लिमों को सोचना चाहिये कि अखिलेश कैसे उनके हमदर्द हैं।

AIPMM प्रदेश अध्यक्ष वसीम राईन ने कहा कि मुसलमानों का हमदर्द बनने का नाटक करने वाले अखिलेश यादव ने पसमांदा समाज को हिस्सेदारी के नाम पर जीरो रखा। उन्होंने इशारों-इशारों में अखिलेश यादव पर आरोप लगाया कि विधानसभा में उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को उकसाकर एक मुसलमान एमपी की जान गंवा दी। उन्होंने बड़े ही शातिर अंदाज में एक मुसलमान एमपी को कम कर दिया। उन्होंने पसमांदा समाद के मुस्लिमों से अपील करते हुए कहा कि वह सपा को वोट देने से पहले एक बार जरूर सोचें कि कैसे चालाकी से उन्होंने हमारे बीच के एक मुस्लिम एमपी के दुनिया से दफा करवा दिया। ऐसे में मुस्लिमों को सोचना चाहिये कि अखिलेश कैसे उनके हमदर्द हैं। निकाय चुनाव हो या फिर 2024 का लोकसभा चुनाव, मुसलमान इस बात का बदला अखिलेश यादव से लेगा।

उन्होंने कहा कि सपा यादवों की पार्टी मानी जाती है। जबकि सपा ने MY के नाम पर हम पसमांदा समाज के मुस्लिमों के वोट का केवल इस्तेमाल किया। कभी हमारे समाज के लिये सपा ने कोई काम नहीं किया। सपा ने हमें न ही पार्टी संगठन में जगह दी और न ही सरकार में रहते हुए कोई पद किसी को दिया। ऐसे में जो भी पार्टी उन्हें हिस्सेदारी देगी, वह वहां वोट करेंगे। पसमांदा समादज किसी का गुलाम नहीं है।

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