शोपीस बनी रोडवेज की कैंटीन कई वर्षों से लटक रहा ताला

रिपोर्ट-शैलेन्द्र कुमार

यूपी, बस्ती: बस्ती जनपद के बस स्टेशन परिसर में कैंटीन न होने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लोगों को बाहर जाकर पानी सहित अन्य खाद्य सामग्री खरीदनी पड़ रही है जिससे लोग मिलावटी व लोकल सामान खरीदने को मजबूर हो रहे हैं. आपको बता दें कि मई और जून के महीने में हमेशा से ही भीषड गर्मी पड़ती है और इस बार तो मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी कर दिया है की इस बार की गर्मी पिछले कई वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ने जा रही है बावजूद बस्ती रोडवेज प्रशासन की सिथिलता की वजह से इस भीषण गर्मी में यात्रियों को पीने का पानी तक नसीब नहीं हो रहा है.

आपको बता दे की बस्ती जनपद के रोड़वेज परिसर में पहले कैंटीन संचालित होती थी लेकिन सन 2000 – 2001 में रोडवेज प्रशासन ने अचानक से कैंटीन का किराया बढ़ा दिया जिसका नतीजा ये रहा है की उस समय कैंटीन चला रहे व्यक्ति ने कैंटीन को सरेंडर कर दिया, जिसके बाद रोड़वेज प्रशासन ने कई बार कैंटीन के लिए टेंडर निकाला लेकिन किराया अधिक होने की वजह से कोई भी व्यक्ति कैंटीन लेने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है.

यात्रियों ने बताया की स्टेशन परिसर में कैंटीन न होने की वजह से यात्रियों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, पूरे प्रदेश से लोग यहां आते हैं जो भूखे प्यासे रहते हैं, एक तो बाहर न तो शुद्ध सामान मिल पा रहा है और न ही इस भीषण गर्मी में बाहर जाने की हिम्मत हो रही है, मैं सरकार से मांग करूंगा की वो यहां पर यात्रियों के परेशानियों को देखते हुए कैंटीन खुलवाएं.

वही एआरएम रोडवेज आयुष भटनागर ने बताया कि कैंटीन के लिए कई बार टेंडरिंग की गई लेकिन कैंटीन को चलाने वाला कोई संचालक नहीं मिल पा रहा है हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द कैंटीन को शुरू की जाए.

About Post Author