नोएडा | नोएडा में आगामी 17 फरवरी से 5 मार्च 2023 तक सरस आजीविका मेला का आयोजन किया जाएगा, हर वर्ष की भांति इस बार भी महिला स्वरोजगार संघ अपने अपने स्टालों के माध्यम से स्वंय के बनाये उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय करेंगे.
उल्लेखनीय है कि इस मेले में 27 राज्यों के लघु उद्धमि अपने उत्पादों एवं व्यजनों का प्रदर्शन करने जा रहे हैं, इसकी जानकारी चरणजीत सिंह Ifos अपरसचिव ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गयी.उन्होंने बताया कि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा आयोजित इस सरस आजीविका मेला 2023 में ग्रामीण भारत की शिल्प कलाओं का मुख्य रूप से प्रदर्शन किया जाएगा।।
27 राज्यों को 300 से भी अधिक शिल्पकला करेंगे अपनी कला का प्रदर्शन
17 फरवरी से 05 मार्च 2023 तक चलने वाले इस उत्सव में नोएडा के नोएडा हाट में मौजूद क़रीब 27 राज्यों के 300 से अधिक महिला शिल्प कलाकार, जो परंपरा, हस्तकला एवं ग्रामीण संस्कृति तथा स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं, इसके साथ ही 85 से ज्यादा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। सरस मेले वर्ष 1999 से निरंतर आयोजित हो रहे हैं। इन मेलों के माध्यम से लाखों महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार हुआ है
इंडिया फ़ूड कोर्ट में 20 राज्यों की 80 (उद्धमी) गृहणियों का समूह परोसेगा विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजन
सरस आजीविका मेले में इस बार महत्त्वपूर्ण इंडिया फ़ूड कोर्ट में देश भर के 20 राज्यों की 80 (उद्धमी) गृहणियों का समूह अपने प्रदेश के प्रसिद्ध क्षेत्रीय व्यंजनों के स्टाल लगाएंगी जिसमें हर प्रदेश के क्षेत्रीय व्यंजनों के स्वाद का अनोखा आनंद प्राप्त होगा। राजस्थानी कैर सागरी गट्टे की सब्ज़ी से लेकर बंगाल की फ़िश करी, तेलंगाना का चिकन, बिहार की लिट्टी चोखा, पंजाब का सरसों का साग व मक्के की रोटी, प्राकृतिक खाद्य उत्पाद, हरियाणा के बाजरे व ज्वार के लड्डू बिस्कुट, कर्नाटक व जम्मू कश्मीर के ड्राई फ्रूट सहित पूरे भारत के पकवान मौजूद रहेंगे
हैंडलूम एवं हस्तशिल्प की होगी विस्तृत रेंज
सरस आजीविका मेला 2023 में कुछ उत्कृष्ट प्रदर्शन जो हैंडलूम, साड़ी और ड्रेस मेटिरियल में विभिन्न राज्यों से हैं वो इस प्रकार हैं- टसर की साड़ियां, बाघ प्रिंट, गुजरात की पटोला साड़ियां, काथा की साड़ियां, राजस्थानी प्रिंट, चंदेरी साड़ियां। हिमाचल उत्तराखंड के ऊनी उत्पाद व हैंडलूम के विभिन्न उत्पाद, झारखंड के पलाश उत्पाद व प्राकृतिक खाद्य सहित मेले में पूरे भारत की ग्रामीण संस्कृति के विविधता भरे उत्पाद प्रदर्शित होंगे। साथ ही हैंडीक्राफ्ट, ज्वैलरी और होम डेकोर के प्रोडक्ट्स के रूप में आंध्र प्रदेश की पर्ल ज्वैलरी, वूडन उत्पाद, आसाम का वाटर हायजिनिथ हैंड बैग और योगामैट, बिहार से लाहकी चूड़ी, मधुबनी पेंटिंग और सिक्की क्राफ्ट्स, छत्तीसगढ़ से बेलमेटल प्रोडक्ट्स, मडमिरर वर्क और डोरी वर्क गुजरात से, हरियाणा, का टेरा कोटा, झारखंड की ट्राइबल ज्वैलरी, कर्नाटक का चन्ननपटना खिलौना, सबाईग्रास प्रोडक्टस, पटचित्र आनपाल्मलीव ओडिशा, तेलंगाना से लेदर बैग, वाल हैंगिंग और लैंप सेड्स, उत्तर प्रदेश से होम डेकोर, और पश्चिम बंगाल से डोकरा क्राप्ट, सितल पट्टी और डायवर्सीफाइड प्रोडक्ट्स ये सभी रहेंगे। साथ ही प्राकृतिक खाद्य पदार्थ भी फूड स्टाल पर मौजूद होंगे। प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के रूप्ा में अदरक, चाय, दाल कॉफी, पापड़, एपल जैम और अचार आदि उपलब्ध रहेंगे। साथ ही मेले में बच्चों के मनोरंजन का भी पुख्ता इंतजाम किया जाएगा। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी लोग भरपूर आनंद उठा पाएंगे।
पहले तीन दिन रहेगा बंपर डिस्काउंट
असिस्टेंट डायरेक्टर चिरंजी लाल कटारिया ने बताया कि मेले मैं 17,18 और 19 तारीख मैं अर्ली बर्ड्स ऑफर के तहत डिस्काउंट भी रखा गया है। जिसमे बच्चों के लिए मनोरंजन और सभी रायड्स फ्री है, लक्की ड्रा प्राइज, 5000 कि खरीददारी करने पर स्पेशल गिफ्ट और बाउचर साथ ही पहले 100 खरीददारों गिफ्ट साथ ही शिल्पकारों के साथ सेल्फी पोस्ट करने पर भी बाउचर एवं गिफ्ट कि व्यवस्था कि गई है।