डिजिटल डेस्क- कानपुर देहात में भाजपा नेता द्वारा बड़े स्तर का फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां भाजपा नेता भास्कर अवस्थी ने अपनी रसूख का इस्तेमाल करते हुए अपनी पत्नी को एक नहीं बल्कि दो सरकारी विभागों में सरकारी नौकरी दिलवा दी। इतना ही नहीं सांठगांठ करते हुए खुद भी एक कॉलेज में प्रोफेसर नियुक्त हो गया। मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने आरोपी भास्कर अवस्थी को कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसके बाद इस फर्जीवाड़े की चर्चा जोरों से चल रही है।
पत्नी को पहले बनवाया टीचर, बाद में बनवा दिया प्राचार्य
जानकारी के मुताबिक आरोपी भाजपा नेता भास्कर अवस्थी ने अपनी रसूख और अन्य नेताओं से सांठगांठ करते हुए अपनी पत्नी को पहले जालौन के एक प्राइमरी विद्यालय में अध्यापिका के पद पर नियुक्त करवा दिया। इसके कुछ समय बाद ही आरोपी ने अपनी पत्नी को कानपुर देहात के ही सरला द्विवेदी कन्या महाविद्यालय में प्राचार्या के पद पर नियुक्त करवा दिया। इतना ही नहीं भास्कर ने खुद को भी उसी कॉलेज में प्रोफेसर पद पर नियुक्त हो गया।
कॉलेज प्रबंधन बोला रंजिशन फंसाया जा रहा है
इस मामले में सरला द्विवेदी कालेज के प्रबंधक अनिल शुक्ल ने बताया कि भास्कर अवस्थी कभी उनके कालेज में नियुक्त नहीं रहे। उनकी पत्नी ने काफी पहले साक्षात्कार दिया था। हालांकि उन्होंने कभी यहां सेवा नहीं दी। भास्कर अवस्थी को रंजिशन फंसाया गया है।
कोर्ट ने भेजा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
इस मामले की विवेचना सीओ डेरापुर राजीव सिरोही को सौंपी गई थी। सोमवार को सीओ की टीम भास्कर अवस्थी को पूछताछ के लिए लाई थी। देर रात तक अकबरपुर कोतवाली में पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मंगलवार दोपहर कोर्ट में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।