रिपोर्ट: विश्व प्रताप सिंह
अलीगढ़: कैदियों की समस्याओं और जेल की सुरक्षा को देखते हुए उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ जेल में पहले स्वास्थ एटीएम की शुरुआत की गई है। इस स्वास्थ्य एटीएम का उद्घाटन कोल क्षेत्र के विधायक अनिल पाराशर के द्वारा किया गया। इस पेटीएम के माध्यम से बंदियों को 53 तरह की जांच कारागार के अंदर ही उपलब्ध हो सकेगी। साथ ही साथ टेलीमेडिसिन के माध्यम से उनके उपचार की व्यवस्था इसमें है। हेल्थ एटीएम से अब जेल के बंदियों को काफी लाभ मिलेगा.
वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया
वरिष्ठ जेल अधीक्षक बृजेंद्र सिंह ने बताया कि जनपद अलीगढ़ के कारागार में एक नगर निगम के माध्यम से हेल्थ एटीएम की स्थापना की गई है। यह एटीएम में 53 तरह की जांचे जो सामान्य बंदियों के हितार्थ सुरक्षा के दृष्टिकोण से और उनके हेल्थ के तौर पर हमारे लिए बहुत उपयोगी है। जिसके लिए मांग कारागार प्रशासन की तरफ से की गई थी। जिसे संयुक्त रूप से नगर निगम के द्वारा स्वीकार किया गया और मैं सामान्य रूप से अवगत कराऊंगा की उत्तर प्रदेश की यह पहली कारागार है जहां पर इस प्रकार का हेल्थ एटीएम स्थापित किया गया है। जो बंदियों के स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बेहतर है। साथ ही कारागार की सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से यह हमारे लिए बहुत उपयोगी है। छोटी जांचों के लिए बंदियों को बाहर भेजना पड़ता था। पुलिस कर्मियों के अभाव के चलते बहुत सारी कई बार ऐसी घटना हो जाती थी। इन सारी चीजों के रेक्टिफिकेशन इस मशीन के माध्यम से हो सकता है। साथ ही इसमें वर्तमान में जो टेलीमेडिसिन की स्थिति है वह भी इसमें उपस्थित है। और हम डॉक्टरों से अनुरोध करते हुए जो एक्सपर्ट है उनको पैनल में लेते हुए उनकी ओपिनियन प्राप्त कर सकते हैं। बंदियों के लिए विशेष लाभ मिलेगा।
विधायक अनिल पाराशर ने बताया
विधायक अनिल पाराशर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से और स्मार्ट सिटी लिमिटेड अलीगढ़ के द्वारा अलीगढ़ की बहुप्रतीक्षित स्वास्थ्य सेवाएं थी यहां पर उसको पूरा करने का काम यहां पर किया गया है। हेल्थ एटीएम के माध्यम से निश्चित रूप से सैकड़ों नहीं हजारों बंदियों को यहां पर लाभ मिलने वाला है। और जेल ऐसा परिसर है जहां पर हाथरस और अलीगढ़ दोनों जिलों के बंदी विचाराधीन है।
उनके स्वास्थ्य के लिए विशेषकर बुजुर्गों के लिए माता बहनों के लिए स्वास्थ सेवा एक प्लेटफार्म पर यहां मिलेगी जिसमें 40 से अधिक जांचे जो सामान्य बीमारी होती है उनकी जांचे यहां पर संभव होगी। मुश्किल से 4 या 5 मिनट के अंदर उस बीमारी का डायग्नोज मिल जाएगा और उसका उपचार भी मिलेगा। मैं इसके लिए समस्त अधिकारियों को बधाई देना चाहूंगा।