रिपोर्ट: रितेश चौहान
बदायूं : हर गरीब की हो छत का सपना लेकर पीएम आवास योजना की शुरुआत की थी,मगर कुछ कथित तौर पर ग्राम प्रधान व विकास खंड के अधिकारी गरीबों की सुनने की बजाए,टरका देते है,जो इसका पात्र है उसी को कर दिया अपात्र.
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के ब्लाक उसावां की ग्राम पंचायत खेड़ा जलालपुर पुख्ता के दर्जनों लोगों ने जिलाधिकारी से मिलकर न्याय की आस लगाने के लिए डीएम कार्यालय पहुंच कर पीएम आवास की जांच की मांग की ,और कहां कि पात्र लोगों को आवास मुहैया करवाया जाए,बल्कि अपात्र लोगों को 420 के तहत मुकदमा दर्ज कराने की मांग की.
वहीं ग्रामीणों का कहना है
उनका कहना है कि कर्मचारी जांच को आए नहीं दलाल भेज कर जांच कराई दलालों ने ही जिओ टेग किया और उन लोगों को पात्र बना दिया जो सक्षम है जिनके पास ट्रैक्टर है दो दो मंजिला मकान है यहां तक कि मृत व्यक्ति का भी आवास स्वीकृति कर दिया,उन लोगों को भी आवास दिया जिनको पहले भी लोहिया आवास और इंद्रा आवास का लाभ मिल चुका है, शिकायत कर्ताओं का कहना है कि गांव में उच्च स्तरीय कमेटी के द्वारा पात्रता की जांच कराई जाए और मानक के अनुरूप पात्रों को लाभ दिया जाए, तथा अपात्र लोगों से रिकवरी कर झोपड़ी कच्चे मकान के पात्रों को लाभान्वित किया जाए.
अधिकारियों पर लगाया दलाल भेजने का आरोप
ऐसे कर्मचारी गांव गांव में दलाल लगा कर काम करा रहे जिनके माध्यम से उन लोगों को लाभ दे रहे जिनसे रिश्वत के रूप में मोटी रकम मिल रही, ऐसे में गरीब झोपड़ी के लोग अब भी बंचित रह रहे और आंकड़े अपात्रों को लाभ देकर पूरे हो रहे,