KNEWS DESK : योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा 18 मार्च 2017 को हुई थी। 19 मार्च को उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। यह संयोग है कि गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 18 मार्च 2023 को काशी में बाबा विश्वनाथ दरबार में मत्था टेककर दर्शन का शतक लगाया तो कालभैरव के दर पर भी शीश झुकाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार की सुबह अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले हनुमानगढ़ी के दर्शन-पूजन किए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने रामलला के दर्शन, आरती व परिक्रमा की। सीएम ने राम मंदिर निर्माण की प्रगति भी जानी। सीएम योगी मणिराम दास छावनी पहुंचे है, जहां राम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास से मुलाकात की। बता दें नृत्य गोपालदास लंबे समय से बीमार चल रहे हैं।
इससे पहले सीएम रामजन्म भूमि परिसर से पैदल ही जन्मभूमि पथ पहुंचे। जहां जन्मभूमि पथ पर लगाए गए मार्ग के डिस्प्ले का जायजा लिया। जिसके बाद अधिकारियों से मार्ग में लगाए जा रहे पत्थरों की गुणवत्ता और आपूर्ति के बारे में जानकारी ली। सीएम का साल 2023 में अयोध्या में पहला दौरा है। इससे पहले 27 नवंबर 2022 को यहां आए थे।
इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने 18 मार्च को काशी विश्वनाथ दरबार में हाजिरी लगाई थी। आज अयोध्या पहुंचे और रामलला के दर्शन किए। रामलला दर्शन के बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने सीएम योगी को स्मृति चिह्न दिया।
सीएम योगी ने राम मंदिर निर्माण की प्रगति जानी। यहां चंपत राय ने सीएम को निर्माण से जुड़ी जानकारी दी। योगी आदित्यनाथ ने निर्माण में लगे मजदूरों से भी हालचाल पूछा। सीएम ने अधिकारियों से वर्तमान समय में चल रहे कार्य की प्रगति भी जानी। गौरतलब है कि मंदिर का 70 फीसदी निर्माण पूरा कर लिया गया है। निरीक्षण के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।