मेरठ के LLRM मेडिकल कॉलेज में 3 दिन के नवजात की सौदेबाजी की गई। जिसमें नवजात के असली मां-बाप ने 82 हजार रुपए में बच्चे को बैंक कर्मचारी को बेच दिया। मामले की जानकारी के बाद मौके पर पंहुची पुलिस। जिसके बाद पूरा मामला सामने आया।वहीं मां -बाप ने कहा कि गरीबी के चलते बच्चे को पालने में असमर्थता थे। उन्होंने कहा,’हमने गाजियाबाद के मोदीनगर के परिवार को बच्चा दिया है। ये परिवार मौजूदा वक्त में मेरठ के माधवपुरम में रहता है। बता दें कि दीपा मेडिकल थाने के शेरगढ़ी की रहने वाली हैं। जिनकी उम्र 35 साल है। दीपा और राजेश के 3 बेटे और 12 साल की बेटी है। राजेश मकानों में POP का काम करता है। दीपा ने 9 दिसंबर को मेडिकल अस्पताल में बेटे को जन्म दिया। सोमवार रात 10 बजे उसके पास बच्चा नहीं था। तभी वार्ड में भर्ती दूसरी महिलाओं और तीमारदारों ने उससे बच्चे के बारे में पूछा तो दीपा खामोश रही। इसके बाद वार्ड में बच्चा चोरी की जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया।
दीपा ने का कि उसने बच्चे के पैदा होने से पहले ही सोदेबाजी कर ली थी। उसने माधवपुरम में रहने वाले बैंककर्मी निसंतान दंपति के साथ बच्चे का सौदा कर लिया था। वहीं पुलिस ने मौके से दंपति को पकड़कर उनके पास से 82 हजार रुपए बरामद किया। पुलिस ने माधवपुरम में रहने वाले बैंक कर्मचारी के घर से नवजात बच्चे को बरामद भी कर लिया। बैंक कर्मचारी ने संपर्क किया था कि उसके कोई संतान नहीं है। तभी उन्होंने बच्चे का सौदा तय कर दिया।
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