डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक दलित युवक की दबंगों ने बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। यह घटना फुरसतगंज थाना क्षेत्र के सालिमपुर गांव की है। मृतक युवक की पहचान हौसला प्रसाद के रूप में हुई है, जो ट्रैक्टर से मिट्टी भरने का काम करता था। बताया जा रहा है कि महज मजदूरी के पैसे मांगना उसकी जान पर भारी पड़ गया। जानकारी के मुताबिक, 26 अक्टूबर को हौसला प्रसाद को जायस थाना क्षेत्र के रहने वाले दबंग शुभम सिंह के घर पर मिट्टी भरने का काम दिया गया था। जब काम खत्म होने के बाद हौसला प्रसाद ने मजदूरी के पैसे मांगे, तो शुभम सिंह ने उसे पैसे देने के बजाय बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। आरोप है कि दबंग ने उसे इतनी बेरहमी से पीटा कि वह बेहोश हो गया। घायल अवस्था में उसे वहीं छोड़कर आरोपी फरार हो गया।
पुलिस ने चार दिन बाद दर्ज की FIR
परिजनों ने तुरंत हौसला को अस्पताल में भर्ती कराया और पुलिस से शिकायत भी की। लेकिन हैरानी की बात यह है कि पुलिस ने घटना के चार दिन बाद यानी 30 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की। तब तक हौसला प्रसाद की हालत गंभीर हो चुकी थी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मरने से पहले हौसला प्रसाद ने एक वीडियो भी जारी किया था, जिसमें उसने दबंग शुभम सिंह पर मारपीट और धमकी देने के गंभीर आरोप लगाए थे। मौत की खबर मिलते ही गांव में गुस्से का माहौल है। मृतक के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक वे दाह संस्कार नहीं करेंगे। प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए पूरे गांव को छावनी में बदल दिया है।
परिजनों ने लगाया पुलिस पर आरोप
ग्राम प्रधान अब्दुल वहाब ने कहा कि हौसला हमारे गांव का मेहनती युवक था, जिसने सिर्फ अपना हक मांगा और उसकी जान चली गई। उन्होंने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं मृतक की पत्नी कीर्ति ने बताया कि “मेरे पति को शुभम सिंह ने फोन कर बुलाया था। जब उन्होंने पैसे मांगे तो उन्हें बेरहमी से पीटा गया। पुलिस को सब पता है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।”