आगरा- सेहत के लिए तंबाकू का सेवन जानलेवा हो सकता है। तंबाकू या धूम्रपान व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य के साथ ही शारीरिक सेहत पर भी नकारात्मक असर डालता है। हालांकि ये बात जानते हुए भी दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोग किसी न किसी रूप से तंबाकू का सेवन कर रहे हैं। लोगों में बीड़ी, सिगरेट और गुटखा आदि के सेवन से कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
हर वर्ष विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई को मनाया जाता है। 1988 में मई के आखिरी दिन इसे मनाने के लिए एक प्रस्ताव पास हुआ था। जिसके बाद से हर साल 31 मई को तंबाकू के सेवन को रोकने और इससे होने वाली समस्या से जागरूक करने के लिए विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाने लगा।
जिला चिकित्सालय व मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में बुधवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। जिसकी थीम “वी नीड फूड, नो टोबैको ” रही। इस अवसर पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर लोगों को जागरुक किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव द्वारा चिकित्सा व शिक्षा एवं अन्य विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तंबाकू उत्पादों का सेवन ना करेंगे और ना ही करने देंगे की शपथ दिलाई गई व हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इस अवसर पर गोष्ठी का आयोजन कर तंबाकू प्रयोग से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों तंबाकू प्रयोग से होने वाले आर्थिक एवं सामाजिक कारणों, तंबाकू छोड़ने से होने वाले लाभ के प्रचार प्रसार और तंबाकू के सेवन से होने वाली हानियां व बीमारियों के बारे में बताया गया। उपरोक्त कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव के निर्देशन में डॉक्टर एसएम प्रजापति नोडल अधिकारी तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के द्वारा किया गया। जिसमें विभाग के समस्त अपर एवं उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित अधीनस्थ कर्मचारी गण उपस्थित रहे।