अधिवक्ताओं की जीत जिला जज का हुआ ट्रांसफर,एक महीने से कर रहे थे आंदोलन 

 

अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते आखिरकार कानपुर जिला जज संदीप जैन का ट्रांसफर कर दिया गया.उन्हें लखनऊ स्थित ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में भेजा गया है.15 मार्च से अधिवक्ता जिला जज की ट्रासंफर की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे.वहीं शाम को बार सभागार में हुई आमसभा में हड़ताल वापस लेने का ऐलान कानपुर बार एसोसिएशन ने किया.

आपकों बता दें कि 15 मार्च से अधिवक्ता जिला जज कोर्ट के बाहर धरने पर बैठे थे,इसके बाद भी जब मांग पूरी नहीं हुई तो अधिवक्ताओं ने 25 मार्च से न्यायिक कार्य को पूरी तरह से बंद कर हड़ताल पर चले गए थे.वहीं 12 और 13 अप्रैल को जिला जज के विरोध में प्रादेशिक सम्मेलन कर अधिवक्ताओं ने एकजुट होकर जिला जज के ट्रांसफर की मांग की थी.जिसके बाद हाईकोर्ट ने ट्रांसफर के आदेश जारी कर दिया.

जिला जज के ट्रांसफर पर मनाया जश्न

वहीं अधिवक्ताओं ने जिला जज के ट्रांसफर के आदेश आते ही वकीलों में खुशी की लहर दौड़ गई.कचहरी परिसर में ढोल-भागड़ें के साथ बार व लायर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों का फूल-मालाओं से स्वागत किया गया.बार एसोसिएशन केअध्यक्ष नरेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि ये अधिवक्ताओं के साथ व ताकत का नतीजा है.न्यायिक कार्य सोमवार से सुचारु रुप से शुरु कर दिए जाएगें.वहीं हड़ताल वापस ले ली गई है.

 HC ने दी थीं अवमानना का नोटिस

वहीं हड़ताल को लेकर HC ने सख्त रवैये अपनाते हुए 7 जजों की पीठ का गठन किया था.कानपुर बार व लायर्स के पदाधिकारियों का तलब किया गया था.वहीं हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान सख्त रवैये अपनाते हुए पदाधिकारियों को जेल भेजने की चेतावनी भी दी थी.लेकिन अधिवक्ता नहीं झुके. HC ने पदाधिकारियों को अवमानना का नोटिस भी दिया.

HC के सख्त रवैये के आगे भी अधिवक्ता नहीं झुके और हड़ताल जारी रखी.12 और 13 अप्रैल को प्रादेशिक सम्मेलन कर पूरे प्रदेश के अधिवक्ताओं ने जिला जज के ट्रांसफर की मांग रखी.जिसके बाद ट्रांसफर का आदेश जारी किए गए.

 

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