रिपोर्ट: मो0 रज़ी सिद्दीकी
बाराबंकी:जिले में सड़क हादसों पर लगाम लगाने और यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने को लेकर कई अहम बदलाव किए जा रहे हैं। इसके तहत अब हाईवे पर अनियंत्रित गति से चलने वाले वाहनों को चिह्नित करने के लिए स्पीड ट्रैकर कैमरे लगाने के साथ ही अवैध कट बनाने वालों पर एफआईआर कराने का फैसला लिया गया है.
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी की एआरटीओ प्रशासन अंकिता शुक्ला के मुताबिक सड़क दुर्घटना होने पर घायल को तुरंत चिकित्सा की सुविधा दी जाए। गोल्डन ऑवर में घायलों को इलाज मिले। साथ ही घायल व्यक्तियों को स्वैच्छिक मदद प्रदान करने वालों को प्रोत्साहित किया जाए। यह विभाग की प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि जिले में की बड़ी सड़क दुर्घटनाओं के बाद सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑनरोड सेफ्टी की ओर से की गई संस्तुति के आधार पर ओवर स्पीड को नियंत्रित किए जाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग और एक्सप्रेसवे पर स्पीड ट्रैकर कैमरा लगाए जाने का फैसला लिया गया है। जिससे वाहनों की गति पर अंकुश लगाया जा सके.
एआरटीओ प्रशासन का कहना हैं कि
एआरटीओ प्रशासन अंकिता शुक्ला के मुताबिक इसके अलावा ब्लैक स्पाॅट के चिह्नांकन और हाईवे पर अवैध कट को सही कराया जा रहा है। वहीं भविष्य में अवैध कट बनाए जाने पर संबंधित के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज होगी। स्कूली वाहन के चालकों का डीएल और चरित्र सत्यापन किया जा रहा है। दुर्घटना बाहुल्य स्थानों पर रात में खास तौर से प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग, ओवर स्पीडिंग, रॉग साइड ड्राइविंग, मालवाहनों से सवारी ढोने पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। वहीं शहर क्षेत्र में ई-रिक्शा के नियंत्रित संचालन को लेकर भी खास तैयारियां हैं।