कड़ाके की ठंड के चलते अचानक ब्लड प्रेशर बढ़ने से नसों में खून का थक्का जम जा रहा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश में कड़ाके की सर्दी बढ़ रही है पारा लगातार लुढ़क रहा है क्या बुजुर्ग क्या बच्चे क्या जवान……सभी ठंड से बचने के लिए हर वह उपाय कर रहे हैं जिससे उनका स्वास्थ्य बेहतर है लेकिन कुछ लोग बढ़ती ठंड के साथ ब्लड प्रेशर के शिकार भी हो रहे हैं कानपुर में बीते एक सप्ताह से पड़ रही ठंड अब जानलेवा हो रही है। कानपुर में एक दिन में 22 लोगों की हृदयाघात से और तीन लोगों की मस्तिष्क आघात से कुल 25 लोगों की मौत का समाचार है। 17 हृदय रोगी तो कार्डियोलॉजी की इमरजेंसी तक ही नहीं पहुंच पाए। उन्हें चक्कर आया, बेहोश हुए और खत्म हो गए। यही हाल ब्रेन अटैक से मरने वाले तीन रोगियों के साथ हुआ। उन्हें अचानक बेहोशी आई थी। बीते तीन दिनों की बात करें तो हृदयाघात और मस्तिष्क आघात के चलते यहां 40 लोगों की मौत हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कानपुर के एलपीएस हृदय रोग संस्थान ने मौतों का यह आंकड़ा जारी किया है। संस्थान के अनुसार 5 जनवरी को हार्ट अटैक से पीड़ित 41 लोगों को कार्डियोलॉजी में भर्ती कराया गया।
चिकित्सकों का कहना है कि यूपी में ठंड दिल और दिमाग दोनों पर भारी पड़ रही है। भीषण शीतलहर और गलन की वजह से नसों में सिकुड़न आने से ब्लड प्रेशर बढ़ रहा है, इसके साथ ही नसों में खून का थक्का जमने से हार्ट और ब्रेन अटैक पड़ रहा है। एक दिन में हुई 22 लोगों की हार्ट अटैक से मौत में 7 लोगों की मौत हृदय रोग संस्थान में इलाज के दौरान हो गई, इसके अलावा तीन लोगों की मौत मस्तिष्क में खून जमने से हुए आघात से हुई है। जबकि पिछले तीन दिनों की बात करें तो यहां 40 लोगों की मौत हार्ट अटैक और ब्रेन अटैक से हुई है।
डॉक्टरों का कहना है कि हार्ट अटैक और ब्रेन अटैक के जो रोगी आ रहे हैं, उनका ब्लड प्रेशर अनियंत्रित हो गया था. साथ ही जो डायबिटीज, गुर्दा, लिवर के पुराने रोगी हैं, उनके लिए खतरा अधिक है। डॉक्टरों का कहना है कि भीषण ठंड के चलते अचानक ब्लड प्रेशर बढ़ने से नसों में खून का थक्का जम जा रहा है, परिणामस्वरूप हार्ट अटैक और ब्रेन अटैक पड़ रहा है। उनका कहना है कि बहुत से रोगियों की मस्तिष्क की नस फट जा रही है। इसके अलावा खून का थक्का जमने से शरीर को लकवा मार जा रहा है।