आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में उठा-पटक की बिसात बिछनी शुरू हो गई है, हर एक पार्टी अपनी तैयारियों में जोर-शोर से लगी हुई हैं, साथ ही दल बदलने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। यानी हर पार्टी चुनाव में जीत हासिल करने के लिए अपने-अपने पैंतरे आजमाने में लगी है। अगर सियासी नजरिए से देखें तो इन दिनों दल बदलने की परंपरा फिर शुरू हो चुकी है ।
राजनीतिक पार्टियों में उठा–पटक की बिसात बिछनी शुरू
इसी कड़ी में चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी को झटका लगा है, पसगवां कांड में ब्लॉक प्रमुख के नामांकन के दौरान बदसलूकी का शिकार हुई सपा नेत्री रितु सिंह शनिवार को लखनऊ में प्रियंका गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गई हैं, तो वहीं लखनऊ में ही बड़ी संख्या में लोगों को BSP महासचिव सतीश मिश्रा ने बसपा ज्वॉइन कराई, इस चुनावी रणभेरी के बीच उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक और चुनावी मास्टर चाल चल दी है, इस चाल से कांग्रेस को बीजेपी ने गहरी चोट दी है, पुरोला से कांग्रेस विधायक राजकुमार अब भाजपा के राजकुमार हो गए है, राजनीतिक दलों के लिए सत्ता हासिल करना मानो आसमान में चमकते तारे गिनना जितना कठिन है, इसीलिए सभी राजनीतिक दल अब सिंहासन पर बैठने के लिए सेंधमारी की भी चाल चल रहे है ।