संगठन ,समीकरण और सरकार के बीच सामंजस्य स्थापित कर 24 का लक्ष्य पूरा करेंगे चौधरी
विश्व हिंदू परिषद से भाजपा के बॉस बने भूपेंद्र चौधरी
जिला अध्यक्ष क्षेत्रीय अध्यक्ष के बाद प्रदेश अध्यक्ष बने भूपेंद्र
संगठन में अच्छी पकड़ बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं ने अच्छी पैठ
संघ संगठन और सरकार के चहेते भूपेंद्र चौधरी
लंबी मंथन के बाद आखिरकार यूपी भाजपा के प्रदेश
अध्यक्ष की घोषणा हो गई ।प्रदेश सरकार में पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र चौधरी के नाम पर केंद्रीय नेतृत्व ने मुहर लगा दी ,संघ, सरकार और संगठन तीनों के बीच लंबी मंथन के बाद सबसे उपयुक्त चेहरा 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भूपेंद्र चौधरी जो राजनैतिक क्षेत्रीय और जातीय समीकरण में संगठन के ढांचे में भूपेंद्र चौधरी फिट बैठे और आज दोपहर में उनके नाम की घोषणा हो गई । घोषणा होते ही सभी अटकलों पर विराम लग गया। भूपेंद्र चौधरी के अध्यक्ष बनने के बाद बधाइयों का तांता लग गया, क्या संगठन के लोग क्या क्या सरकार, केंद्रीय संगठन से लेकर राज्य संगठन के साथ-साथ प्रदेश सरकार के मंत्री विधायक सब ने भूपेंद्र के नाम पर खुशी जाहिर की और बधाई दी ।
लोकसभा चुनाव -2024 में मिशन 80 का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश सरकार के पंचायतीराज मंत्री और पश्चिमी यूपी के बड़े जाट नेता भूपेंद्र सिंह चौधरी को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। चौधरी की नियुक्ति से ना केवल पार्टी ने जाट वोट बैंक को साधा है बल्कि लगातार दूसरी बार पिछड़े वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर पश्चिम से पूर्वांचल तक पिछड़े और अति पिछड़े वोट बैंक को भी साधे रखने की कोशिश की है। चौधरी भाजपा के 14वें प्रदेश अध्यक्ष हैं, पार्टी ने पहली बार किसी जाट नेता को संगठन की कमान सौंपी है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने बृहस्पतिवार को भूपेंद्र सिंह चौधरी की अध्यक्ष पद नियुक्ति का आदेश जारी किया। 54 वर्षीय भूपेंद्र चौधरी का जन्म मुरादाबाद के महेंद्री सिकंदरपुर गांव में हुआ था। चौधरी की जाट समाज के साथ पश्चिमी यूपी में गुर्जर, ब्राह्मण, त्यागी में मजबूत पकड़ है। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले जाटों के आरक्षण आंदोलन और कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन के समय चौधरी ने पश्चिमी यूपी में जाट समाज के साथ किसानों के बीच सरकार की बात पहुंचाकर संकट मोचक की भूमिका भी निभाई।
संघ के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह,राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल के करीबी भूपेंद्र चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने से पार्टी को लोकसभा चुनाव में पश्चिमी यूपी में जाट वोट बैंक को साधने में आसानी होगी। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी को प्रदेश अध्यक्ष के रूप में एक अनुभवी और कद्दावर नेता के साथ ऐसे नेता की तलाश थी जो वोट बैंक के लिहाज से भी मुफीद हो। सरकार और संगठन में तालमेल बनाने के साथ आरएसएस और विचार परिवार के संगठनों की अपेक्षाओं पर भी खरा उतर सकता हो। प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर विभिन्न दावेदारों के बीच तीन चार महीने से चलती दौड़ के बीच पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और आरएसएस ने चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए सबसे उपयुक्त माना। उल्लेखनीय है कि भाजपा के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का तीन वर्ष का कार्यकाल 16 जुलाई को समाप्त हो गया था। स्वतंत्र देव ने 27 जुलाई को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर लखनऊ से दिल्ली तक चर्चाओं और अटकलों का दौर चल रहा था।
विहिप से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तक का सफर
भूपेंद्र चौधरी 1989 से 1991 में राम जन्मभूमि आंदोलन में विश्व हिंदू परिषद में सक्रिय रहे। 1991 में भाजपा की राजनीति शुरू की फिर चौधरी बाद सक्रिय राजनीति शुरू की तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। चौधरी पिछले 31 सालों से लगातार संगठन और सरकार में किसी ना किसी दायित्व का निर्वहन रहे है। 1993 में मुरादाबाद में भाजपा की जिला कार्यकारिणी के सदस्य बनाए गए। 1996 में भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष और 1998 में मुरादाबाद के जिलाध्यक्ष बनाए गए।
चौधरी ने 1999 के लोकसभा चुनाव में संभल सीट से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के सामने चुनाव भी लड़ा था। हलांकि चुनाव हार गए । 2006 में चौधरी भाजपा के पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्रीय मंत्री बने। 2012 से 2017 तक उन्हें लगातार तीन बार पश्चिम क्षेत्र का क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाया गया।
पार्टी में जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय अध्यक्ष या प्रदेश अध्यक्ष पद का दायित्व अधिकतम दो बार मिलता है लेकिन चौधरी को तीन बार क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाया गया। 2016 में भूपेंद्र चौधरी विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हुए।
2017 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर उन्हें योगी मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाते हुए पंचायतीराज विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई। 2019 में उन्हें प्रमोशन कर कैबिनेट मंत्री बनाया गया। 2022 विधानसभा चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 में चौधरी को पुन: कैबिनेट मंत्री बनाया गया। 13 जून 2022 को चौधरी पुन: विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हुए हैं।
इंटर कॉलेज के प्रबंधक भी रहे चौधरी
भूपेंद्र चौधरी ने पांचवीं तक की शिक्षा महेंद्री सिकंदरपुर गांवके प्राइमरी पाठशाला में प्राप्त की। मुरादाबाद के आरएन इंटर कॉलेज से 1ॅ982 में इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की। चौधरी 1989 में कृषक उपकार इंटर कॉलेज के प्रबंधक भी बने।
अध्यक्ष बनने के बाद अब मंत्री पद से देना होगा इस्तीफा
भाजपा में एक व्यक्ति एक पद का नियम है। इसलिए प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद उन्हें प्रदेश सरकार के पंचायतीराज मंत्री के पद से इस्तीफा देना होगा।
प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा के बाद भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि वह पार्टी और कार्यकर्ताओं की अपेक्षाओं के अनुसार काम करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा का संगठन बूथ स्तर तक खड़ा है, 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर भाजपा जीतेगी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि बहुत से ऐसे कार्यकर्ता थे जो उनसे ज्यादा अच्छा काम कर सकते थे लेकिन पार्टी ने उन्हें मौका दिया है, विश्वास जताया है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी नेतृत्व की अपेक्षाओं के अनुसार काम करेंगे।
चौधरी कहा कि 2014, 2017, 2019 और 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अपार सफलता मिली है। भाजपा को और आगे ले जाने के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा के असंख्य कार्यकर्ता हमेशा चुनाव के मोड़ में रहते है। कार्यकर्ताओं ने मेहनत से अच्छे परिणाम दिए है। मोदी के नेतृत्व में सफलता के सिलसिले को लगातार जारी रखेंगें।
यूपी बीजेपी के नए अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का राजनीतिक सफर
मुरादाबाद। यूपी के नए बीजेपी अध्यक्ष बनाए गए भूपेंद्र सिंह चौधरी जाट बिरादरी और पश्चिमी यूपी में मजबूत पकड़ रखते हैं। यही वजह है कि पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पश्चिमी यूपी में किसान आंदोलन के बाद भी शानदार जीत हासिल की थी। आइए जानते हैं कि भूपेंद्र सिंह चौधरी के बारे में-
किसान परिवार में जन्म
भूपेंद्र चौधरी का जन्म मुरादाबाद जिले के महेंद्री सिंकदरपुर गांव में साल 1966 में एक किसान परिवार में हुआ था। भूपेंद्र सिंह चौधरी की शुरुआती शिक्षा गांव के ही प्राथमिक स्कूल में हुई और फिर मुरादाबाद के आरएन इंटर कॉलेज से उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई की।
वह आगे चलकर विश्व हिंदू परिषद से जुड़े और फिर 1991 में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की। वह फिलहाल यूपी विधान परिषद के सदस्य हैं। उन्हें 10 जून 2016 को उत्तर प्रदेश विधान परिषद का सदस्य चुना गया था। वह बीजेपी के 2012 में पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष रहे हैं।
1989 में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े
1990 जिला अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद मुरादाबाद रहे
1994 में कोषाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी मुरादाबाद रहे
1995 में महामंत्री भारतीय जनता पार्टी मुरादाबाद रहे
1996 से 2000 जिला अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी मुरादाबाद रहे
1999 संभल से भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी रहे
2000-2007 मंडल संयोजक भारतीय जनता पार्टी मुरादाबाद रहे
2007-2011 भारतीय जनता पार्टी क्षेत्रीय मंत्री पश्चिम उत्तर प्रदेश रहे
2011-2018 भारतीय जनता पार्टी क्षेत्रीय अध्यक्ष पश्चिमी उत्तर प्रदेश रहे
2016 विधान परिषद सदस्य रहे
2017 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार पंचायती राज एवं निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश रहे 2019 कैबिनेट मंत्री पंचायती राज विभाग उत्तर प्रदेश सरकार
25 मार्च 2022 कैबिनेट मंत्री पंचायती राज विभाग उत्तर प्रदेश रहे