मऊ के मुख्तार, नहीं होंग मऊ में ही माया के “मुख्तार”
सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार के बाद अब बसपा सुप्रीमों मायावती ने भी मऊ में बसपा के ही टिकट पर विधायक मुख्तार अंसारी पर बड़ा फैसला लिया है। आज मायावती ने मुख्तार अंसारी का टिकट काटते हुये बसपा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को मऊ से विधानसभा का प्रत्य़ाशी बनाया है। बसपा सुप्रीमों मायावती ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। गौरतलब है कि आगामी विधानसभा चुनाव व बीजेपी के अपराधियों पर लिये जा रहे एक्शन के बीच बीएसपी अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रही है, यही वजह है कि बहुजन समाज पार्टी द्वारा मुख्तार पर ये बड़ा एक्शन लिया गया है।
बोली मायावती, “कानून द्वारा होगा कानून का राज”
आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बसपा मुखिया मायावती अपने फुल एक्शन मोड में हैं। पूरे फार्म में नजर आ रहीं बहन जी ने अपने ट्वीट में साफ में कहा कि कानून द्वारा, कानून का राज होगा और ये बसपा में ही संभव है। उन्होने आगे कहा कि बसपा आने वाले विधानसभा चुनाव में किसी भी बाहुबली, माफिया को टिकट नही देगी, और न ही ऐसे किसी व्यक्ति को पार्टी में शामिल करेगी। उन्होने पार्टी पधाधिकारियों को आगाह करते हुये कहा कि पधाधिकारी भी टिकट देते वक्त इस बात का ध्यान रखें व साफ सुथरी छवि के प्रत्याशी को ही टिकट दें। अपने ट्वीट में बहन जी ने सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय का नारा दोहराते हुये कहा कि जब प्रदेश का बच्चा बच्चा कहे कि सरकार हो तो बहन जी की।
मऊ में बसपा के ही टिकट पर विधायक हैं मुख्तार
बीते सोलह साल से देश व प्रदेश की अलग-अलग जेलों में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी फिलहाल बसपा के टिकट पर ही मऊ विधानसभा से विधायक हैं। साल 1996 में बसपा के टिकट पर ही अपनी राजनैतिक पारी की शुरूआत करने वाले मुख्तार अंसारी 5 बार विधायक रह चुके हैं। अपनी खुद की पार्टी कौमी एकता दल बनाने बनाने वाले मुख्तार अंसारी ने साल 2017 के विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी का विलय बसपा में कर, बसपा के ही टिकट पर साल 2017 का अपना विधानसभा का चुनाव जीता था। फिलहाल मुख्तार अंसारी एक मामले में उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद है।