KNEWS DESK- उत्तरप्रदेश में ज्ञानवापी मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। आपको बता दें कि वाराणसी के ज्ञानवापी मामले में सुनवाई कर चुके जज को प्रमोशन मिला है। पिछले साल मामलेित परिसर का एडवोकेट कमीशन से सर्वे कराए जाने और वजू खाने को सील किए जाने का आदेश देने वाले जज रवि कुमार दिवाकर को प्रमोशन मिला है।
सीनियर डिवीजन के सिविल जज रवि कुमार दिवाकर एडिशनल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज के तौर पर प्रमोट हुए। इन दिनों रवि कुमार दिवाकर बरेली जिला कोर्ट में लघु वाद जज के तौर पर नियुक्त हैं। अब रवि कुमार दिवाकर बरेली जिले में ही एडीजे फास्ट ट्रैक कोर्ट के तौर पर काम करेंगे। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तमाम जजेज के प्रमोशन और ट्रांसफर की लिस्ट जारी की है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जिला जज अजय कुमार विश्वेश की कोर्ट में ट्रांसफर होने से पहले रवि कुमार दिवाकर ही ज्ञानवापी मामले की सुनवाई कर रहे थे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पिछले साल मई महीने में सुनवाई जिला जज को ट्रांसफर हो गई थी। रवि कुमार दिवाकर ने पहले मामलेित परिसर का एडवोकेट कमीशन से सर्वे कराए जाने का आदेश दिया था। उनके आदेश पर ही पिछले साल मई महीने में मामलेित परिसर का एडवोकेट कमीशन से सर्वे हुआ था। सर्वे के अंतिम दिन शिवलिंग मिलने के दावे पर मामले की सुनवाई कर रहे जज रवि दिवाकर ने ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने को सील किए जाने का भी आदेश दिया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल राजीव भारती ने प्रमोशन का नोटिफिकेशन जारी किया है। 43 साल के रवि कुमार दिवाकर मूल रूप से यूपी के लखनऊ से लेकर रहने वाले हैं। रवि कुमार दिवाकर दिसंबर 2009 में ज्यूडिशल सर्विसेज में आए थे। ज्यूडिशियल सर्विसेज में यह उनकी 15वीं नियुक्ति होगी. ज्ञानवापी केस की सुनवाई से अलग होने के बाद पिछले साल जून महीने में उनका ट्रांसफर वाराणसी से बरेली कर दिया गया था।
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