रिपोर्ट- मो0 रज़ी सिद्दीकी
बाराबंकी – डेंटल कॉलेज और अस्पताल केंद्र में डॉक्टर के द्वारा रूट कैनाल ट्रीटमेंट करने की विधि छात्रों को बताने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया | जिसमें कम समय में अच्छा से अच्छा इलाज मरीज को किया जाए, जिसके लिए आधुनिक उपकरणों के माध्यम से मरीज के बेहतर इलाज करने के तरीके विशेषज्ञ डॉक्टर के द्वारा छात्रों को बताए गए हैं| डॉक्टर का विशेष पैनल इस एजुकेशन प्रोग्राम में शामिल हुआ जिसने विस्तार रूप से डेंटल कॉलेज के छात्रों को रूट कैनाल ट्रीटमेंट के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी है और आधुनिक उपकरणों के प्रयोग के बारे में भी विस्तार से बताया है ।
कैनाल ट्रीटमेंट करने की विधि बताने के लिए किया गया कार्यशाला का आयोजन
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले पर स्थित चंद्र डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल जो सफेदाबाद में स्थित है वहां पर डॉक्टर अगम भटनागर के नेतृत्व में आधुनिक उपकरण के द्वारा रूट कैनाल ट्रीटमेंट करने की विधि बताने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया| जिसमें डेंटल कॉलेज में उपस्थित सभी छात्रों को कम समय में अच्छा से अच्छा इलाज मरीज को किए जाने के बारे में बताया गया है| इन विशेषज्ञ फाइनल में डॉक्टर सीपी चौधरी, सुलभ ग्रोवर, आनंद किशोर सहित तमाम डॉक्टर का पैनल मौजूद रहा है| इन सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों ने छात्रों को कंटीन्यूइंग डेंटल एजुकेशन के तहत आधुनिक उपकरणों के द्वारा रूट कैनाल ट्रीटमेंट मरीजों को करने के लिए विस्तार रूप से विधि समझाइए और छात्रों को निर्देश दिए गए हैं कि आधुनिक उपकरणों के माध्यम से कम से कम समय में मरीज को बेहतर इलाज किया जा सकता है| इसके बारे में डॉक्टर के द्वारा छात्रों को विस्तार रूप से बताया गया है |
डेंटल कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने किया प्रतिभाग
चंद्र डेंटल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर आनंद किशोर ने बताया है कि उनके कॉलेज में आज सीडी प्रोग्राम ऑर्गेनाइज किया गया है| जिसका उद्देश्य था मास्टरिंग रोटरिंग एयरोडेन्टिक बेसिक इन एडवांस लगभग 100% लोगों ने इसमें रजिस्ट्रेशन कराया| लखनऊ के सभी डेंटल कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने इसमें प्रतिभाग किया है और हमारे इंटर कॉलेज में अध्ययनरत छात्रों को आधुनिक उपकरण के माध्यम से एडवांस तकनीक से दांतों के इलाज के बारे में विस्तार रूप से बताया गया है, जिसमें अस्पताल में आने वाली मरीजों को कोई असुविधा नहीं होगी और कम समय में उन्हें अच्छा इलाज मुहैया कराया जा सकेगा ।