रीप परियोजना के तहत 27 अति गरीब परिवारों को वितरित किए 35-35 हजार रुपये के चेक, स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता के साथ दी जा रही तकनीकी मदद

रिपोर्ट – भगवान‌ सिंह पौड़ी

उत्तराखंड – उत्तराखंड सरकार की हर हाथ को रोजगार देने की मुहिम आगे बढ़ रही है। इसके तहत ग्रामीणों को गांव में ही स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता के साथ ही तकनीकी मदद भी दी जा रही है। सरकार के इस अभियान के तहत विकास खंड पौड़ी के अमकोटी गांव में ग्रामीण उद्यम वेगवद्धि परियोजना (रीप) की ओर से आज 15 अति गरीब परिवारों (अल्ट्रा पुअर) को रोजगार शुरू करने के लिए  35-35 हजार रुपये के  चेक वितरित किए गए।

गरीब तबके के लोगों को आर्थिकी से जोड़ने के लिए बेहतर प्रयास

इससे पहले मल्ली गांव मे 12 परिवारों को 35-35 हजार रुपये की धनराशि चेक के माध्यम से दिये जा चुके हैं। रीप परियोजना द्वारा अभी तक कुल 27 परिवारों को यह धनराशि निर्गत की जा चुकी है व कुल चयनित 54 अल्ट्रा पुवर लाभार्थी को रोजगार चलाने हेतु यह धनराशि दी जाएगी। इस दौरान पौड़ी ब्लॉक प्रमुख दीपक खुगशाल ने अल्ट्रा पूअर परिवारों की महिलाओं को चेक वितरित किए, उन्होंने कहा कि रीप परियोजना द्वारा गरीब तबके के लोगों को आर्थिकी से जोड़ने के लिए बेहतर प्रयास है, कहा कि इस प्रारंभिक धन राशि का सदुप्रयोग कर लाभार्थी इसका लाभ ले सकते हैं।  वर्तमान में महिला स्वयं सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने से लेकर गरीब बेसहारा लोगों के लिए भी सहायता के हाथ बढ़ा रहा है। रीप ने पौड़ी ब्लॉक के अलग-अलग गांवों से अभी तक 55 अल्ट्रा पुअर परिवार चयनित किए हैं।  इन अति गरीब परिवारों को बकरी पालन, गाय पालन, दुकान व सिलाई सेंटर आदि उद्योग आदि के लिए चयनित किया गया है।

ग्रामीणों के कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम

रीप के जिला परियोजना प्रबंधक कुलदीप बिष्ट का कहना है कि समय-समय पर रीप परियोजना द्वारा जनपद के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र से भी समूह से जुड़े जरूरतमंद आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को चयनित किया जा रहा है, जिससे कि गांव में बेसहारा गरीब परिवार तक भी रोजगार के हाथ पहुंच सकें, इन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने से लेकर विभिन्न योजनाओं की जानकारियां भी उपलब्ध कराई जा रही हैं साथ ही ग्रामीणों के कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम भी उनके लिए आयोजित करवाए जाते हैं। रीप के ब्लाॅक एकाउंटेट मोहन कुमार ने बताया कि 4 लाभार्थी बकरी पालन, 7 लाभार्थी गाय पालन, इसके साथ 3 लाभार्थी मुर्गी पालन व एक लाभार्थी को दुकान संचालन के लिए आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की गई है।

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