दवाइयों की ओवर रेटिंग को लेकर अस्पताल में हुआ भारी हंगामा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लिया मामले का लिया संज्ञान

 रिपोर्ट : कुलदीप पंडित बागपत
 बागपत,  बागपत जनपद के एक निजी अस्पताल में दवाइयों की ओवर रेटिंग का सनसनी खेज मामला सामने आया है। जहां मरीज को लेकर आ रहे तिमारदार ने अस्पताल में घंटों भारी हंगामा किया। हंगामे की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया और मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच कर कार्रवाई की बात कही है।

दरअसल आपको बता दें कि पूरा मामला बड़ौत कोतवाली क्षेत्र की बावली चुंगी पर स्थित एक मेमोरियल हॉस्पिटल का है, जहां बुखार से पीड़ित एक महिला उपचार कराने के लिए अस्पताल में आई थी। चिकित्सकों ने बीमार महिला का चेकअप करने के बाद इंजेक्शन के लिए तीमारदार से कहा। अस्पताल में ही बने मेडिकल स्टोर से तीमारदार इंजेक्शन लेकर आ गया। आरोप है कि मेडिकल स्टोर के संचालक ने 268 रुपए का इंजेक्शन का मूल्य 447 रुपये जोड़ दिया । हालांकि तीमारदार ने चार से पांच इंजेक्शन लिए थे। जिसका बिल हजारों में बैठ गया वहीं दूसरी ओर मेडिकल संचालक ने तीमारदार से पैसे की मांग की। जब उसने कहा कि रेट कम है तो दोनों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि तीमारदार ने घंटों अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। मामले की सूचना पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर महावीर सिंह ने पूरे मामले का संज्ञान लिया है और जांच कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं।

इससे पूर्व भी विभिन्न अस्पतालों में ओवर रेटिंग के मामले सुर्खियों में रहे हैं, जो अस्पताल संचालक की मिली भगत से मेडिकल स्टोर संचालक मरीजों से मन चाहे पैसे वसूलते हैं। बार-बार की शिकायतों के बावजूद भी ना ही तो अस्पताल संचालक पर कोई कार्रवाई हो रही है , ओर ना ही मेडिकल स्टोर पर कोई कार्रवाई होती है। अपने मरीज़ों का इलाज करा रहे तीमारदारों का कहना है कि निजी अस्पताल के संचालक मेडिकल स्टोर के संचालक से मिलीभगत करतेहैं और वही दवाई लिखते हैं , जो मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध होती है। मेडिकल स्टोर से अस्पताल का कमीशन पहले ही निर्धारित रहता है। यही विवाद का कारण बनता है।

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