रिपोर्ट – विशु राघव
उत्तर प्रदेश – अलीगढ़ जनपद के ग्राम सालपुर से एक चौंकाने वाला मामला निकलकर सामने आया है, जहां एक दलित प्रधान की पत्नी की मौत के बाद दबंगों ने गांव के श्मशान गृह में उसकी पत्नी का अंतिम संस्कार नहीं होने दिया, इस पूरे मामले की शिकायत जब प्रधान ने जिला प्रशासन से की तो हरकत में आई पुलिस ने आनन फानन में पत्नी का पुलिस ने अपनी मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराया |
बता दें कि एक तरफ जहां मोदी सरकार सबका साथ सबका विकास करने की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ कुछ तुच्छ मानसिकता के लोग दलित विरोधी नीतियों का पालन करने से बाज नहीं आ रहे, ताजा मामला टप्पल थाना क्षेत्र के सालपुर ग्राम का है | जहां बीमारी से ग्रस्त एक दलित प्रधान की पत्नी की मृत्यु हो जाती है, पत्नी की मौत के बाद दलित प्रधान अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार करने के लिए जब शमशान जाता है तो वहीं गांव के कुछ दबंग लोग उसका अंतिम संस्कार करने से रोक देते हैं, उससे कहते हैं कि तू दलित समाज से है इस शमशान में तू अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार नहीं कर सकता|
इसी बात से क्षुब्ध होकर ग्राम प्रधान जिला प्रशासन को इस बाबत सूचना देता है, जिला प्रशासन की सूचना के बाद पुलिस विभाग हरकत में आकर शमशान स्थल पर पहुंचकर दलित प्रधान की पत्नी का पुलिस मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराता है | हालांकि पुलिस की मौजूदगी में सब कुछ शांति से निपट गया, लेकिन आखिर बड़ा सवाल यह है कि इस समाज में जहां मोदी सरकार सबका साथ और सब का विकास की बात कर रही है वहां दलित आज भी पिछड़े क्यों हैं|