दल बदल की कहानी, राजनीति मैं जुबानी !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं का दल बदल शुरू हो गया है…कांग्रेस मुक्त भारत के सपने को साकार करने में जुटी भाजपा लगातार अपने संगठन का विस्तार कर रही है। इसी कड़ी में बड़ी संख्या में विपक्षी दलों के 500 से ज्यादा नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया…भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सभी नेताओं को पार्टी में सदस्यता ग्रहण कराई…साथ ही उन्होने दावा किया है कि ये सिर्फ अभी शुरूआत है आगे इससे भी ज्यादा विपक्ष के नेता भाजपा का दामन थामेंगे उन्होने…उन्होने बताया कि 30 जनवरी तक पार्टी की ओर से सदस्यता अभियान चलाया जाएगा….इस अभियान के तहत 1800 से ज्यादा विपक्षी दलों के नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई जाएगी….वहीं एक तरफ जहां भाजपा अपने कुनबे को जोड रही है तो दूसरी ओर विपक्षी दलों का कुनबा बिखर रहा है। उत्तराखंड आम आदमी पार्टी से निवर्तमान प्रदेश संगठन संयोजक जोत सिंह बिष्ट और चार वरिष्ठ उपाध्यक्षों समेत कई पदाधिकारियों ने आप से इस्तीफा दे देकर भाजपा का दामन थाम लिया है। इन सभी नेताओं ने पार्टी छोड़ने के बाद पार्टी के कुछ नेताओँ पर काम ना करने देने का आरोप लगाया है…जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि आम आदमी पार्टी में बड़ी उम्मीद के साथ जुडे थे लेकिन पार्टी में काम नहीं करने दिया जा रहा है…वहीं पार्टी के शीर्ष नेताओँ ने तीन महीने से कार्यकारिणी को भंग कर पार्टी को बीच मजधार में छोड़ दिया है ऐसे में पार्टी में रहकर समय खराब नहीं करेंगे….सवाल ये है कि क्या एकजुटता के साथ चुनाव में जीत का दावा कर रहे विपक्षी दल ऐसी तैयारियों के साथ भाजपा के जीत के रथ को रोक पाने में कामयाब हो पाएंगे

 

लोकसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड में भी दल बदल का खेल शुरू हो गया है। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के दर्जनों नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है…उत्तराखंड आम आदमी पार्टी से निवर्तमान प्रदेश संगठन संयोजक जोत सिंह बिष्ट और चार वरिष्ठ उपाध्यक्षों समेत कई पदाधिकारियों ने आप से इस्तीफा दे देकर भाजपा का दामन थाम लिया है। इन सभी नेताओं ने पार्टी छोड़ने के बाद पार्टी के कुछ नेताओँ पर काम ना करने देने का आरोप लगाया है…जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि आम आदमी पार्टी में काम नहीं करने दिया गया…वहीं पार्टी के शीर्ष नेताओँ ने तीन महीने से कार्यकारिणी को भंग कर पार्टी को बीच मजधार में छोड़ दिया है ऐसे में उन्होने और उनके साथ दर्जनों नेताओं ने सामूहिक इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सभी का पार्टी में स्वागत करते हुए ये दावा किया है कि अभी 1800 से ज्यादा विपक्षी दलों के नेता पार्टी का दामन थामेंगे

वहीं भाजपा विपक्षी दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल करारकर जीत के लिए आश्वस्त है। भाजपा ने इस बार प्रदेश की सभी पाचों लोकसभा सीटों से पांच लाख मतों के अंतर से जीत का दावा किया है। वहीं कांग्रेस ने भी चुनावी तैयारियों को तेज कर दिया है। कांग्रेस की नवनियुक्त प्रभारी कुमारी शैलजा देहरादून पहुंची इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओँ ने उनका भव्य स्वागत किया..उन्होने पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर मंथन किया…वहीं प्रभारी कुमारी शैलजा ने दावा किया है कि प्रदेश की सभी पांचों लोकसभा सीटों में काग्रेस जीत दर्ज करेगी…भाजपा के राज में लोकतंत्र की हत्या के साथ ही महंगाई, बेरोजगारी बढ़ती जा रही है।

कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही नेताओं के दल बदल का खेल शुरू हो गया है। भाजपा ने विपक्षी दलों को चुनाव से पहले ही झटके देने शुरू कर दिये हैं…सवाल ये है कि आखिर बिखरे कुनबे के साथ विपक्षी दल के नेता कैसे भाजपा का सामना करेंगे…..क्या देश और राज्य में सबके पास सिर्फ भाजपा ही विकल्प रह गया है।

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