उत्तराखंड- सावन माह के लगते ही कांवड़ यात्रा शुरू हो गयी। हर दिन लाखों की संख्या में कांवड़ यात्रियों के आने का सिलसिला जारी है। हरिद्वार में कांवड़ गंगाजल भरने के लिए विभिन्न राज्यों से आ रहे हैं। लाखों की संख्या में कांवड़ियों के आने से कई स्थानों में यातायात सुचारू रखने के लिए रूट भी डायवर्ट किया जा रहा है। जिससे पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस के टैंक, गाड़ियां नहीं पहुंच पा रही है। ऐसे में पेट्रोल पंपों पर ईंधन व गैस एजेंसियों पर रसोई गैस सिलेंडर की सप्लाई नहीं हो पा रही है। पेट्रोल पंपों पर सीमित मात्रा में ही ईंधन बचा है। इससे वाहन ईंधन और रसोई गैस सिलेंडर का संकट उत्पन्न हो सकता है।
पंपों पर सीमित पेट्रोल, ईधन रसोई गैस का भी सीमित स्टोक
पेट्रोल पंपों पर सीमित स्टोक होने और सप्लाई के बाधित होने से पेट्रोल और डीजल का संकट गहरा सकता है। शहर में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की सप्लाई लंढोर और भगवानपुर से होती है। ऐसे में बीते दो दिनों से मार्ग बंद होने के चलते शहर में पर्याप्त सप्लाई नहीं हो पा रही है। जिसके चलते पंपों पर केवल तीन दिन का ही स्टोक बचा है। देहरादून पेट्रोल डीलर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विवेक गोयल के अनुसार बीते दिन पेट्रोल की सप्लाई पूरी तरह से बंद रही। ऐसे में अभी दो दिन का भंडार उनके पास है साथ ही बताया कि अगर स्थिति यही रही है तो परेशानी बढ़ सकती है।