रिपोर्ट: पुरुषोत्तम दुबे
उत्तर प्रदेश- लगातार हो रही भारी बारिश और नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने से जिले की अधिकतर नदियों का जलस्तर बढ़ गया| ऐसे में तटवर्ती कई गांव चारों तरफ से बाढ़ की चपेट में हैं| वहीं एक बाढ़ क्षेत्र गांव में शादी है, वहां पर नाव से बारात ले जाना व विदाई कराकर वापस लाना बहुत जोखिम भरा होता है| हम बात कर रहे हैं, सिद्धार्थनगर जिला अन्तर्गत डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के परसोहिया सदानंद की, जो जिला मुख्यालय से लगभग 90 किमी दूरी पर है| यहां मंगलवार की रात एक परिवार में लड़की की शादी थी, गांव के चारों तरफ बाढ़ का पानी इस तरह भरा हुआ है कि करीब तीन किलोमीटर के सफर के लिए नाव ही एक मात्र सहारा है|
ऐसे में शादी वाले घर से दुल्हन की विदाई नाव से हुई| उस गांव में सुगम पुत्री कामेश्वर पाण्डेय की शादी थी| बारात त्रिलोकी पुत्र जय मंगल पाण्डेय गांव चोरथरी थाना इटावा से आई| बारात जैसे ही बलराम पुर जिले के ग्राम पंचायत डुढुहिया थाना उतरौला बलरामपुर पहुंची तो चारों तरफ पानी ही पानी देखकर बाराती दंग रह गए| करीब 30 बाराती वहां से वापस अपने गांव चले गए| दुल्हे के साथ करीब तीस लोग नाव के सहारे 3 किलोमीटर का सफर तय करके परसोहिया सदानंद पहुंचे| आने-जाने में सुबह हो गई, बुधवार की सुबह 8 बजे शादी हुई और 2 बजे दोपहर में विदाई नाव से हुई| नाव पर दूल्हा- दुल्हन बैठकर वापस सुरक्षित स्थान पर पहुंचे तो महिलाओं की भीड़ दुल्हन देखने के लिए जुटने लगी| डुमरियागंज तहसील प्रशासन ने हल्का लेखपाल संजय कुमार को उक्त में तैनात कर दिया कि किसी को कोई परेशानी न होने पाए|