KNEWSDESK- जब से बांदा जेल में मुख्तार अंसारी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। तब से ही विपक्षी नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। इसको लेकर सपा नेता गोपाल यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कहा है कि न पुलिस कस्टडी में और न अपने घर में । प्रशासनिक आतंक का माहौल पैदा करके लोगों को मुंह बंद रखने पर विवश किया जा रहा है।
पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी की जिन परिस्थितियों में मृत्यु हुई वह अत्यधिक चिंताजनक है। उन्होंने न्यायालय में अर्ज़ी देकर पहले ही ज़हर के द्वारा अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की थी। मौजूदा व्यवस्था में तो न जेल में कोई सुरक्षित , न पुलिस कस्टडी में और न अपने घर में।प्रशासनिक आतंक…
— Prof. Ram Gopal Yadav (@proframgopalya1) March 29, 2024
सपा नेता गोपाल यादव ने कहा कि पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की जिन परिस्थितियों में मृत्यु हुई। वह अत्यधिक चिंताजनक है। उन्होंने न्यायालय में अर्जी देकर पहले ही जहर के द्वारा अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की थी। मौजूदा व्यवस्था में तो न जेल में कोई सुरक्षित, न पुलिस कस्टडी में और न अपने घर में। प्रशासनिक आतंक का माहौल पैदा करके लोगों को मुंह बंद रखने को विवश किया जा रहा है। क्या मुख्तार अंसारी द्वारा न्यायालय में दी गयी अर्जी के आधार पर कोई न्यायिक जांच के आदेश करेगी यूपी सरकार?’
परिवार वालों ने लगाया था आरोप
जानकारी के लिए बता दें कि मुख्तार अंसारी बीमार चल रहे थे। परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि उन्हें धीमा जहर दिया जा रहा है। बाराबंकी के एमपी – एमएलए कोर्ट में एंबुलेंस मामले की पेशी थी , जिस पर मुख्तार अंसारी के वकील ने कोर्ट को एप्लीकेशन दी थी। इस एप्लीकेशन में मुख्तार अंसारी को धीमा जहर देने की बात कही गई थी। 21 मार्च को एप्लीकेशन दी। इसके आठ दिन बाद मुख्तार अंसारी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।