इस गांव में नहीं मनाया जाता है रक्षाबंधन, जानें इसके पीछे छुपा रहस्य

KNEWS DESK- रक्षाबंधन का त्यौहार अब करीब ही आ गया है| सभी लोग इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं| पूरा देश इस त्यौहार को एक जश्न के रूप में मनाता है| भाई-बहन इस पर्व का पूरे साल काफी बेसब्री से इंतजार करते हैं| आपको ये जानकार हैरानी होगी कि भारत में एक ऐसा गांव है जहां रक्षाबंधन का त्यौहार नहीं मनाया जाता है|  इस दिन वहां के लोग खुशी मानाने की बजाय काला दिन मानते हैं| चलिए बताते हैं इसके पीछे की वजह…

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के सुराना नामक एक गांव में पिछले एक हजार साल से राखी का त्योहार नहीं मनाया जाता है| दरअसल, 12वीं सदी में यहां मोहम्मद गौरी ने हमला किया था| वह गांव में जब भी आक्रमण करने आता तो उसकी सेना हर बार अंधी हो जाती थी, इसलिए उसे बिना हमला किए ही वापस लौटना पड़ता था|

जानकारी के मुताबिक, इस गांव में एक देवता रहते थे जो पूरे गांव की रक्षा करते थे| रक्षाबंधन के दिन हिंदुओं में गंगा स्नान करना काफी शुभ माना जाता है| इसलिए एक बार  देवता रक्षाबंधन के दिन गंगा स्नान के लिए चले गए और ये बात मोहम्मद गौरी को पता लग गई| फिर उसने इस बात का फायदा उठाकर गांव में आक्रमण कर दिया  और वहां मौजूदा सभी लोगों को हाथियों ने कुचल दिया| कहा जाता है कि उस हमले के बाद गांव में आबादी तो हो गई लेकिन फिर रक्षाबंधन आज तक नहीं मनाया गया|

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