KNEWSDESK – भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर बीते मंगलवार को झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने पहुंचे हुए थे। इस दौरान पूर्व मंत्री शेखावत के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए और राज्यवर्धन राठौर के खिलाफ नारे बाजी की। इसी बीच उन्होंने प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया। इसको लेकर उन्होंने कहा कि कल 4 -5 कार्यकर्ता रास्ते में खड़े होकर मुझे काले झंडे दिखा रहे थे। आपको बता दें कि पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत झोटवाड़ा विधानसभा सीट से विधायक थे और 2018 में विधानसभा चुनाव हार गए थे। अब राज्यवर्धन सिंह राठौर को झोटवाड़ा विधानसभा का टिकट मिला है। ऐसे में राजपाल सिंह शेखावत के समर्थक नाराज बताए जा रहे हैं।
सांसद राज्यवर्धन राठौर ने कहा कि “कल 4-5 कार्यकर्ता रास्ते में खड़े होकर मुझे काले झंडे दिखा रहे थे, मैं विरोध कर रहे लोगों के पास गया। उनके पास झंडा भी नहीं था , वह रुमाल लेकर नारेबाजी कर रहे थे, जब मैंने उन्हें देखा तो अपनी गाड़ी से उतरा, उन्हें गले लगाया। मैंने कहा आप विरोध कीजिए , लेकिन विरोध करने के लिए थोड़ी एनर्जी चाहिए, इसलिए मैंने उन्हें लड्डू खिलाए, पानी पिलाया। मैंने विरोध कर रहे लोगों के साथ सेल्फी ली क्योंकि हम सभी मोदी जी के कार्यकर्ता हैं।”
राज्यवर्धन ने मल्लिकार्जुन खड़गे पर बात करते हुए कहा कि, अच्छी बात है कि मल्लिकार्जुन खड़गे राजस्थान आए। उनका कहना है कि भाजपा के नेता तो राजस्थान में बहुत लंबे समय से आ रहे हैं लेकिन कांग्रेस के जितने भी शीर्ष नेता हैं वह यहां से गायब हैं। कांग्रेस की लिस्ट पर तंज कसते हुए राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के अंदर घमासान चल रहा है, इसलिए वह अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने से घबरा रही है। आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सत्ता में दुष्कर्म , बेरोजगारी , अपराध , भ्रष्टाचार जैसे मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है। इसलिए ये लोग जनता के सामने नहीं जा सकते। हाथों की सफाई में जनता को कुछ नहीं मिलता, केवल भ्रम होता है।
घर- घर नल का पानी
सांसद ने ईआरसीपी कांग्रेस की जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि, ईआरसीपी कांग्रेस की जिम्मेदारी थी लेकिन 5 साल में गहलोत सरकार ने उसे पूरा नहीं किया और आगे कहा कि जो प्रोजेक्ट पूरी तरह से वसुंधरा जी के कार्यकाल में बने, उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया और आगे कहा कि जनता जानती है कि मोदी सरकार ने कई राज्यों में घर- घर नल का पानी भेजने का वादा 100 फीसदी कर दिखाया है लेकिन राजस्थान में पूरा नहीं होने के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है।
ये भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने स्टेनोग्राफर के पद निकाली बम्पर भर्तियां, जानिए विस्तार में