प्रदेश में कयामत की बारिश, बीते तीन दिनों में 15 की मौत

उत्तराखंड- प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने पूरे जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। वर्षा के कारण आमजन बुरी तरह प्रभावित है। जगह-जगह हादसों में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। प्रदेश के मैदानी इलाकों में जहां सड़कें लबालब पानी से भरी हुई हैं। वही पहाड़ों पर भूस्खलन लोगों की मौत का कारण बन रहा है। बीते तीन दिनों में भारी बारिश के कारण प्रदेश में 15 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। प्रदेश के गढ़वाल क्षेत्र में 8 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। इसमें 5 तीर्थयात्री भी शामिल हैं। वर्षा के कारण हुए हादसों में घायल होने वालों की संख्या चौदह हो गई है। गढ़वाल क्षेत्र के चमोली जिले में भारी बारिश से बरसाती नाला उफान पर आ गया है। जो पुल को बहा ले गया। इससे राज्य का चीन सीमा से संपर्क कट गया।

कांवड़ यात्री सहित चार धाम तीर्थ यात्री भी फंसे

पूरे प्रदेश में जहां मानसून की वर्षा अपना कहर बरपा रही है। वहीं प्रदेश में चल रही चार धाम यात्रा और हाल ही में शुरू हुई  कावड़ यात्रा कर रहे यात्रियों की भी मुसीबतें बढ़ गई हैं। मिली जानकारी के अनुसार करीब 500 चारधाम यात्री और 4000 कावड़िए विभिन्न मार्गों में फंसे रहे। प्रदेश में हो रही भारी बारिश के कारण पहाड़ी मार्गो पर  जगह-जगह हो रहे भूस्खलन को देखते हुए, उप सचिव विवेक कुमार जैन ने चारधाम यात्रा मार्ग पर जिला प्रशासन को समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

हालात जानने शहर की सड़कों पर उतरे मुख्यमंत्री

लगातार हो रही बारिश में प्रदेश के मैदानी जिले भी बुरी तरह प्रभावित रहे। प्रदेश के देहरादून हरिद्वार मैदानी जिलों में जगह-जगह जलभराव होने से यातायात बुरी तरह प्रभावित है। सड़कें तालाब बन चुकी हैं, व कई इलाकों में घरों में भी पानी घुसा। ऋषिकेश स्थित एम्स अस्पताल में भी वर्षा का पानी भरने से मरीजों और स्टाफ को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इस दौरान सड़कों पर उतरे और शहर का हाल जाना। इस दौरान सीएम धामी प्रभावित क्षेत्रों में भी पहुंचे। साथ ही अधिकारियों को समुचित व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये।

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