उत्तराखंड- बीते गुरूवार को मौसम ने कुछ राहत दी, जिससे राज्य के पहाड़ी जिलों में फंसे यात्रियों को निकाला गया। बाधित सड़क मार्ग को ठीक करके करीब सात हजार यात्रियों को निकाला गया। वर्षा से अभी भी कई मार्ग अवरूद्ध हुए हैं। जिसके चलते केदारनाथ यात्रा में आये तीर्थ यात्रियों को भी यात्रा रुक-रुक कर यात्रा करनी पड़ी हालांकि प्रदेश में अभी भी करीब ढाई सौ मार्ग सड़क पर मलवा पत्थर के आ जाने से वहां आवाजाही बाधित है। जिससे करीब 503 मार्गों का सम्पर्क कटा हुआ है। 100 से अधिक गांवों में विद्युत लाइनें क्षतिग्रस्त होने से वहां बिजली का संकट बना हुआ है। वहीं करीब 70 गांव ऐसे हैं, जहां पेयजल लाइनों के क्षतिग्रस्त होने से पेयजल का संकट बना हुआ है। साथ ही ऐसे 50 से अधिक गांव हैं। जहां संचार सुचारू नहीं हो पा रहा है।
आगामी चार दिन फिर मौसम खराब
राज्य में लगातार छः दिन से चल रह वर्षा कुछ थमी तो है लेकिन, अभी आने वाले दिनों में फिर से मौसम खराब हो सकता है। मौसम के सम्बन्ध में मौसम विज्ञान केन्द्र के निदेशक का कहना है कि आने वाले चार दिनों में मौसम एक बार फिर खराब होने के आसार हैं। इसके चलते कई जिलों में रेड और आरेन्ज अलर्ट जारी किया गया है। जिसमें कुमाउ के तीन जिलों उधमसिंह नगर, नैनिताल व चंपावत में भारी बारिश का रेड अलर्ट साथ ही टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, देहरादून, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा बागेश्वर में भी ऑरेंज अलर्ट व गढ़वाल के तीन जिलों चमोली, उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग में येलो अलर्ट जारी किया गया।