मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ सोमवार को बागेश्वर धाम पहुंचे. कमलनाथ ने बागेश्वर में बालाजी के दरबार में पूजा अर्चना की. उन्होंने हनुमान मंदिर में मंगल कामना भी की. बताया जा रहा है कि कमलनाथ बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री से मुलाकात भी करेंगे.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री पिछले कुछ दिनों से देशभर में चर्चा में हैं. दरअसल, पिछले दिनों धीरेंद्र शास्त्री की नागपुर में ‘श्रीराम चरित्र चर्चा’ आयोजित हुई थी. इसके खिलाफ महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने नागपुर पुलिस से शिकायत की थी. समिति ने धीरेंद्र शास्त्री पर अंधविश्वास और जादू-टोना को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था.
इसके बाद से धीरेंद्र शास्त्री चर्चा में हैं. जहां कुछ लोग उनपर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहे हैं, तो वहीं उनके समर्थकों इसे सिद्धि बता रहे हैं. नागपुर पुलिस ने पिछले दिनों अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के आरोपों पर धीरेंद्र शास्त्री को क्लीन चिट भी दी थी.
पिछले दिन हुए विवाद के बाद से धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ी है. धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों सनातन का चेहरा बनते जा रहे हैं. धीरेंद्र शास्त्री ने 13 से 19 फरवरी तक बागेश्वर धाम में धार्मिक आयोजन कर रहे हैं, जिसमें देश के मशहूर और प्रसिद्ध कथावचक शिरकत करेंगे. इस तरह से देशभर के 21 कथावचक-भजन गायकों को एक जगह पर इकट्ठा करेंगे. शिवरात्रि के मौके पर एक बड़ा मेला भी लग रहा है. माना जा रहा है कि इसमें सत्ताधारी पार्टी के कई नेता धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. ऐसे में कांग्रेस कैसे पीछे रहने वाली है.
मध्यप्रदेश के इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में कमलनाथ का ये दौरा काफी अहम माना जा रहा है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कमलनाथ बीजेपी को उसी के राजनीतिक हथियार से मात देने का तानाबाना बुन रहे हैं. वे लगातार हिंदुत्व के पिच पर उतरकर बैटिंग कर रहे हैं. उन्होंने पिछले दिनों जबलपुर के ग्वारीघाट पर मां नर्मदा का पूजन किया था. वे एमपी में पुजारियों के मानदेय को लेकर भी बीजेपी को घेर रहे हैं.