KNEWSDESK– कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह राजपूत ने मंगलवार को शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा । आपको बता दें कि ये मामला भोपाल और इंदौर में मेट्रो को लेकर है। भोपाल और इंदौर में मेट्रो का ट्रायल हो चुका है, लेकिन अभी मेट्रो आई नहीं है। उससे पहले ही मेट्रो को लेकर राजनीति शुरु हो गई । कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां भोपाल और इंदौर में आने वाली मेट्रो ट्रेन को लेकर अपना श्रेय ले रही हैं । आपको बता दें कि कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह ने मेट्रो ट्रेन को लेकर शिवराज सिंह चौहान से सवाल पूछते हुए कहा कि आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल में पहले तांगे चला करते थे और अब मेट्रो चलने जा रही है तो क्या इसका श्रेय उन्हें माननीय कमलनाथ को नहीं देना चाहिए था?
ट्रायल रन का तमाशा क्यों
कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में मेट्रो के ट्रायल रन का दिखावटी शुभारंभ किया । इसके पहले वह भोपाल में मेट्रो के एक बिना पहिए वाले डिब्बे की भी नुमाइश कर चुके हैं और उसके पहले उन्होंने इंदौर मेट्रो के ट्रायल रन का शुभारंभ किया । अब सवाल यह है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सितंबर 2019 में ही भोपाल के लिए भोज मेट्रो और इंदौर के लिए इंदौर मेट्रो ट्रेन चलवाई थी ,वह समय पर क्यों नहीं चल सकी । परियोजनाओं को दो – दो साल तक लेट करने की जिम्मेदारी मुख्यमत्री शिवराज सिंह चौहान की नहीं है , तो आखिर किसकी है? आज जब भोपाल और इंदौर की जनता को मेट्रो ट्रेन का सफर करना था , तब उन्हें सिर्फ ट्रायल रन का तमाशा क्यों दिखाया जा रहा है?
मुख्यमंत्री कार्यकाल में मेट्रो ट्रेन का शिलान्यास
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल में पहले तांगे चला करते थे और अब मेट्रो चलने जा रही है तो क्या इसका श्रेय उन्हें माननीय कमलनाथ को नहीं देना चाहिए था? यह कमलनाथ ही थे। जिन्होंने केंद्र सरकार में मंत्री रहते हुए मध्यप्रदेश के लिए कई नेशनल हाइवे और सड़कों के लिए पैसे स्वीकृत किए। यह कमलनाथ ही थे, जिन्होंने स्वर्गीय बाबूलाल गौर के मुख्यमंत्री कार्यकाल में भोपाल मेट्रो की डीपीआर बनाने के लिए धनराशि स्वीकृत की थी। यह कमलनाथ ही थे, जिन्होंने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल में मेट्रो ट्रेन का शिलान्यास किया था। यह कमलनाथ ही थे, जिनके कार्यकाल में मेट्रो ट्रेन के लिए टेक्निकल और मृदा परीक्षण का काम पूरा हुआ। यह सिर्फ कमलनाथ ही थे, जिन्होंने मेट्रो ट्रेन के लिए कई करोड़ के टेंडर भी स्वीकृत कर दिए थे, जिस भोपाल मेट्रो का नाम माननीय कमलनाथ ने भोपाल के संस्थापक महाराजा भोज के नाम पर रखा था, उस नाम को परिवर्तित करके शिवराज सरकार ने महाराज भोज का अपमान किया है।
शिवराज सिंह चौहान जनता से माफी मांगें
आपको बता दें कि कांगेस प्रवक्ता ने सुरेंद्र सिंह ने कहा कि मैं शिवराज सिंह चौहान से मांग करता हूं कि वह महाराज भोज का अपमान करने के लिए मध्यप्रदेश की जनता से माफी मांगे । जो मेट्रो ट्रेन 2022 में चलनी थी , उसे 2023 तक न चल पाने के लिए भी शिवराज सिंह चौहान भोपाल की जनता से माफी मांगे । और उन्होंने कहा कि कमलनाथ हमेशा कहते हैं कि शिवराज सिंह चौहान जहां नदी नहींं होती है, वहां पुल की घोषणा कर देते हैं और जहां कार्यक्रम नहीं होता है, वहां नारियल फोड़ कर शिलान्यास कर देते हैं।