रिपोर्ट- मो0 रज़ी सिद्दीकी
बाराबंकी – उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में घोषित राज्यस्तरीय भूमाफिया और कुख्यात गैंगस्टर संजय सिंगला की मौत हो गई है। संजय बाराबंकी जिला कारागार में अपनी सजा काट रहा था। जेल में तबीयत खराब होने के बाद संजय सिंगला को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया था। जहां हालत गंभीर होने पर उसे केजीएमयू लखनऊ के लिये रेफर किया गया। जहां पर इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। आपको बता दें कि संजय सिंगला पर गैंगस्टर सहित करीब ढाई दर्जन अपराधिक मुकदमे दर्ज थे। लोगों को जमीन और बना बनाया घर देने के नाम पर संजय सिंगला ने जमकर वसूली की और रातों रात अरबपति बन गया था। सिंगला की पत्नी समेत उसके कई साथी अभी भी जेल में बंद हैं।
हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में कराया गया था भर्ती
बाराबंकी जेल अधीक्षक कुंदन कुमार ने बताया कि संजय सिंगला लीवर की गंभीर बीमारी से ग्रसित था। बीते दिनों से पाइल्स की गंभीर बीमारी के कारण वह खून की कमी से भी ग्रसित हो गया था। दो दिन पहले उसे हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से हालत गंभीर होने पर उसको ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया था। जहां इलाज के दौरान मौत उसकी हो गई। शव का पोस्टमार्टम कराकर पुलिस ने परिवारजन को सुपुर्द कर दिया। परिजनों ने संजय सिंगला का अंतिम संस्कार कर दिया है।
जालसाजी के मुकदमे में किया गया था गिरफ्तार
आपको बता दें कि संजय सिंगला लखनऊ में विभूतिखंड थाना क्षेत्र के विजयीपुर का निवासी था। उसने बाराबंकी और लखनऊ की सीमा से जुड़ी जमीनों की खरीद फरोख्त का काम करीब 10 साल पहले शुरू किया था। बाराबंकी के भूहेरा में उसने सिंगला रेजीडेंसी का निर्माण भी किया। सिंगला को बाराबंकी की नगर कोतवाली पुलिस ने तीन जून 2022 को जालसाजी के मुकदमे में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जमीन और घर के नाम पर उसने लोगों से अरबों रुपए ठगे थे। इस पर एक के बाद एक करके करीब ढाई दर्जन मुकदमे दर्ज हुए थे, जिसमें गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा भी शामिल है। बाद में योगी सरकार ने उसे राज्य स्तरीय भूमाफिया भी घोषित कर दिया था।
पत्नी मंजू सिंगला भी कई मुकदमों में हैं नामजद
सिंगला को कोर्ट से अक्टूबर 2023 में एक मुकदमे में पांच साल की सजा भी सुनाई जा चुकी थी। वहीं उसकी पत्नी मंजू सिंगला भी कई मुकदमों में नामजद हैं, जिसको पुलिस ने तीन जून 2023 को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
आपको बता दें कि संजय सिंगला द्वारा जालसाजी से करोड़ों की अर्जित संपत्ति को चिन्हित कर बाराबंकी पुलिस प्रशासन पहले ही कुर्क कर चुका था। वहीं अवैध रूप से बनाए गए कई निर्माणों पर बुलडोजर भी चलाया जा चुका था।