उत्तराखंड- राज्य में बीते हफ्ते से बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। कहीं पर सामान्य तो कहीं पर भारी बारिश के चलते लोगों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है। हालात यह है कि राज्य के करीब 249 मार्ग बाधित हो गये हैं। जगह- जगह पहाड़ी मार्गों पर भूस्खलन होने से करीब 9400 तीर्थ यात्री फंस गये हैं। प्रदेश में चल रही चारधाम यात्रा और कांवड़ भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। उत्तरकाशी में दो हजार यात्रियों के फंसे होने की सूचना है साथ ही दोपहिया वाहन से आये करीब 400 कांवड़ यात्री भी फंसे हुए हैं। वहीं चमोली और रूद्रप्रयाग से होकर जाने वाले बद्रीनाथ हाइवे पर भी मलवा, पत्थर आ जाने से आवाजाही ठप हो चुकी है। जिससे करीब तीन हजार यात्री मार्गों में फंसे हुए हैं।
गावों का सम्पर्क कटा, बिजली, पानी की आपूर्ती बाधित
राज्य में बारिश का न रुकने वाला सिलसिला जारी है। पहाड़ी इलाकों में बारिश के कारण पहाड़ों से पत्थर, मलवा सड़क पर आ जाने से मार्ग तो बाधित हो ही रहे हैं। साथ ही बिजली, पानी की आपूर्ति भी ठप हो चुकी है। लगभग 503 गांवों का सम्पर्क कट गया है। साथ ही 100 से ज्यादा गांवों में विद्युत व पानी की लाइनें क्षतिग्रस्त होने से बिजली पानी की आपूर्ति ठप हो चुकी है। इसके साथ ही संचार व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। मौसम विज्ञान केन्द्र ने आज भी देहरादून समेत पांच जिलों में भारी बारिश का येल्लो अलर्ट जारी किया है। वहीं समूचे उत्तर भारत में बारिश से हो रही भारी तबाही को देखते हुए केन्द्र सरकार ने आपदा मोचन निधी से प्रभावित राज्यों को राहत राशि दी है जिसमें उत्तराखंड को 413 करोड़ दिए गए। इसके लिए सीएम धामी ने पीएम मोदी का आभार भी व्यक्त किया है।