रिपोर्ट – मनीष अवस्थी
उत्तर प्रदेश – रायबरेली उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के लाख प्रयासों के बाद भी जिला महिला अस्पताल गरीबों की जेब में डाका डालने से बाज नहीं आ रहा है| महिला चिकित्सालय में ऑपरेशन के बाद गरीबों को हजारों रुपए की दवाएं बाहर से लिखी जा रही है, अस्पताल के सस्ते इलाज के फेर में फंसकर मरीज महंगी दवाएं खरीदने को मजबूर हैं।
जिला चिकित्सालय पराकाष्ठा की हदों को पार करता हुआ आ रहा नजर
बता दें कि ताजा मामला रायबरेली के महिला चिकित्सालय का प्रकाश में आया है, जहां पर एक पीड़ित ने आरोप लगाते हुए बताया कि ऑपरेशन के नाम पर पहले ₹5000 लिए गए और ऑपरेशन के बाद हजारों रुपए की दवाएं बाहर की लिख दी गई, कोई भी दवा अंदर से नहीं दी गई | गरीबों की जेब में डाका डालने में महिला जिला चिकित्सालय पराकाष्ठा की हदों को पार करता हुआ नजर आ रहा है|
कार्रवाई के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मिलता
फिलहाल इस पूरे मामले पर जब स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से बात करनी चाहिए तो वह भी अपने मता हथों के सपोर्ट में नजर आए और कमरे पर कुछ भी ना बोलते हुए जांच का झुनझुना जरूर थामा दिया, लेकिन जिस तरह से रायबरेली में चाहे वह महिला चिकित्सालय हो चाहे वह पुरुष चिकित्सालय हो गरीबों का खून चूस रही है लेकिन इन पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मिलता है| फिलहाल आप देखना यह होगा की खबर प्रकाशित होने के बाद इस पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी क्या संज्ञान लेते हैं और क्या कार्रवाई करते हैं यह तो आने वाला समय तय करेगा|