रिपोर्ट- पुरूषोतम दुबे
उत्तरप्रदेश- एक तरफ सरकार तमाम तरह की योजनाएं ला रही है ताकि गरीब बच्चों को बेहतर तरीके से शिक्षा मिल सके लेकिन जिम्मेदार है कि सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने से नहीं चूक रहे। हम बात कर रहे हैं सिद्धार्थनगर जनपद के डुमरियागंज विकासखंड के परसा जमाल स्थित राजकीय इंटर कालेज की। यहां अति पिछड़े क्षेत्र में सरकार ने राजकीय इंटर कालेज की स्थापना की जिससे पिछड़े क्षेत्र के बच्चे भी पढ़ सके, लेकिन जिम्मेदार अवैध वसूली के चक्कर में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने से नहीं चूकते, राजकीय इंटर कालेज के कक्षा 6,7 और आठ में पढ़ने वाले छात्र- छात्राओं से 200 से तीन सौ रुपए तक की जबरन वसूली की जा रही है विद्यालय के कक्षा 6 के छात्र राज कुमार ने बताया कि मेरी साइकिल भी विद्यालय से गायब हो गई अध्यापक द्वारा तीन सौ रुपए की मांग की जा रही है न दे पाने पर परीक्षा में ना बैठने की धमकी भी दी जा रही है।
कक्षा 6 के छात्र अजीत मौर्य ने बताया कि अध्यापक केबी सिंह द्वारा₹300 की मांग की जा रही है ना देने पर विद्यालय से भगा देने की धमकी भी दी जाती है। कक्षा 7 की छात्रा प्रिया ने बताया कि अध्यापक द्वारा सुविधा शुल्क के नाम पर ₹300 की मांग की जा रही है हम लोग गरीब है नहीं दे पाने की वजह से परीक्षा न दिलाने की धमकी अध्यापक द्वारा दी जाती है। कक्षा 7 की छात्रा नीलम ने बताया कि हम लोग गरीब हैं ₹300 कहां से लेकर आएंगे लेकिन अध्यापक केबी सिंह द्वारा लगातार धमकी दी जा रही है कि परीक्षा में नहीं बैठने देंगे विद्यालय के क्लास में नहीं घुसने दूंगा।
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