देहरादून– उत्तरकाशी के पुरोला में बीते दिनों हुए लव जिहाद के मामले ने अब साम्प्रदायिक रूप ले लिया है। मुस्लिम व्यापारी लगातार पुरोला को छोड़ पलायन कर रहे हैं। हिंदू नाबालिग लड़की को भगाने के मामले ने अब सियासी रूप ले लिया है। वहीं विपक्ष पुरोला मामले को लेकर लगातार ही सरकार पर हमलावर है। पुरोला की घटना को लेकर बने माहौल के बाद प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव और डीजीपी से मिलकर हेट स्पीच करने वालों पर सख्ती से रोक लगाने की मांग की है साथ ही विपक्ष ने मांग की है कि उत्तरकाशी में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए तय महापंचायत पर भी रोक लगाई जाए। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने पहले डीजीपी अशोक कुमार से और उसके बाद मुख्य सचिव डाॅ. एस एस संधु से मुलाकात की।
मुलाकात के दौरान प्रदेश के वर्तमान हालातों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए महारा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर अपराधी के खिलाफ है। चाहे वह किसी भी धर्म से हो किसी भी जाति से हो किसी भी वर्ग का हो या किसी भी धर्म से ही क्यों न हो अगर वह संगठन से जुड़ा हो लेकिन एक व्यक्ति द्वारा किए गए अपराध को पूरा समाज का अपराध न माना जाए। माहरा ने कहा कि 2017 के बाद प्रदेश में हेट स्पीच के मामले बढे़ हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए महारा ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट हेट स्पीच देने में सबसे अग्रणी रहते हैं इसी दौरान पूर्व राज्यमंत्री नवप्रभात ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। प्रदेश में अपराधियों को कानून का बिल्कुल भी भय नहीं है। पुरोला प्रकरण पर बात करते हुए नवप्रभात ने कहा कि राकेश तोमर जोकि स्वयं को रूद्र सेना का अध्यक्ष बताता है। उसकी जांच कराई जानी चाहिए।