KNEWS DESK…. G-20 देशों के विकास मंत्रियों के सम्मेलन की अध्यक्षता करने वाराणसी पहुंचे विदेश मंत्री डाॅ. एस जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार विदेशों में भी हिन्दू मंदिरों को कायाकल्प करा रही है। आबूधाबी में बन रहा मंदिर इस वर्ष के अंत तक में पूरी हो जाएगा। काशी विघापीठ में कार्यक्रम से पहले अनौपचारिक बातचीत में विदेश मंत्री ने कहा कि बहरीन और फ्रांस में मंदिर निर्माण की अनुमति मिल गई है।
दरअसल आपको बता दें कि जी-20 सम्मेलन की अध्यक्षता विदेश मंत्री डाॅ. एस जयशंकर कर रहे हैं। जोकि वो वाराणसी पहुंचे। जहां पर उन्होंने कहा कि न्यूयार्क में भी मंदिर निर्माण के प्रयास जारी हैं। हमारा प्रयास यह भी है कि विदेशों में स्थित पुराने मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जाए। इसके लिए विदेश मंत्रालय में सांस्कृतिक संरक्षण के लिए एक विभाग की स्थापना की गई है। कंबोडिया और वियतनाम सहित कई देशों में भारतीय संस्कृति के संरक्षण के लिए अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
नेपाल के साथ रिश्ते को लेकर एस जयशंकर ने कही बड़ी बात
नेपाल, चीन एवं पाकिस्तान की सीमा पर स्थाई बाउंड्री वॉल बनाने के सवाल पर विदेश मंत्री ने कहा कि नेपाल से हमारा रिश्ता रोटी-बेटी का है। भारत के मित्र देश में शुमार नेपाल में हमारी खुली सीमाएं हैं। सीमा सील करने या किसी तरह की दीवार से दुनिया में गलत राजनीतिक संदेश जाएगा।
एस जयशंकर ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास मंत्रियों की बैठक के लिए वाराणसी को चुना है। ताकि दुनिया में काशी की सांस्कृतिक विरासत का संदेश पहुंचे। G-20 के साथ ही एससीओ का कार्यक्रम चल रहा है। विकास मंत्रियों की बैठक के बाद G-20 का सांस्कृतिक सम्मेलन भी वाराणसी में होगा।