जीरकपुर(विनोद गुप्ता)
मत्स्य विभाग द्वारा कार्रवाई करते हुए सरकार द्वारा प्रतिबंधित 50 किलो नेवले मछली को पुराना कालका रोड स्थित मछली बाजार में गाड़ दिया गया और प्रतिबंधित मछली रखने पर दो व्यक्तियों पर 4 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया. शहर में पिछले कुछ दिनों से नेवले की मछली अंधाधुंध बिक रही थी। लोग इसकी शिकायत कर रहे थे। लेकिन शिकायत के बावजूद मछली का कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा था. इस पर कार्रवाई करते हुए शनिवार को मत्स्य विभाग द्वारा करीब 50 किलो मछली पकड़ी गई और मछली विक्रेता नंद लाल व लाल बाबू पर 2-2 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया. आपको बता दें कि यह नेवला मछली थाईलैंड की नस्ल है और इतनी खतरनाक है कि इसके आसपास उगने वाली हर मछली इसकी शिकार हो जाती है। इस मछली को खाने से कई तरह की बीमारियां भी हो जाती हैं। जानकारों का कहना है कि इस मछली को खाने से कैंसर भी होता है। यह मछली इतनी खतरनाक है कि यह किसी भी प्रजाति की मछली को नष्ट कर सकती है और अपने से छोटी किसी भी मछली को खा सकती है। यही वजह है कि सरकार ने इस पर रोक लगा दी है।
हमें शिकायत भी मिली और खबर भी छपी, जिसके आधार पर हमने कार्रवाई की और 50 किलो मछली पकड़ने पर दो व्यक्तियों पर 4000 रुपये का जुर्माना लगाया. यह मछली कई तरह की बीमारियां फैलाती है और दूसरी मछलियों के लिए हानिकारक होती है, इसलिए सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया है।
हरदीप कौर, मत्स्य विभाग, मोहाली।