युवक की मौत के बाद दून अस्पताल पर लगे लापरवाही के आरोप, प्रीलिम्स रिपोर्ट आई सामने

उत्तराखंड,देहरादून- बीते दिनों दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो जाने को लेकर राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने अस्पताल के बाहर धरना दिया और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के संस्थापक शिव प्रसाद सेमवाल का कहना है कि अस्पताल प्रशासन मरीजों के प्रति संवेदनहीन है। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल के डॉक्टर मरीजों को बाहर की दवा लिखते हैं, जांच के लिए भी मरीजों को बाहर भटकना पड़ता है। आरोप यह भी लगाया कि मरीजों को प्राइवेट हॉस्पिटल जाने के लिए कहा जाता है। उन्होंने कहा कि पिछले 20, 22 सालों में किसी डॉक्टर पर बाहर की दवाई लिखने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि शासन प्रशासन ड्रग माफिया सबकी मिली भगत है।

युवक की मौत की प्रीलिम्स रिपोर्ट आई सामने

युवक की मौत पर अस्पताल के प्राचार्य आशुतोष सयाना के निर्देश पर अस्पताल प्रबंधन ने तीन सदस्सीय कमेटी गठित की। अस्पताल के एमएस अनुराग अग्रवाल का कहना है कि समिति मामले की जांच कर रही है और संभवत शनिवार तक इसकी जांच रिपोर्ट भी आ जाएगी। उन्होंने कहा कि इसमें एचओडी से एक प्रीलिम रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिसके आधार पर पता चलता है कि युवक को एलकोहोल की वजह से पेनक्रियाज में सूजन की समस्या थी, जो काफी गंभीर मानी जाती है। मरीज को इसमें 3 दिन तक आराम नहीं आया और रात के समय परिजनों द्वारा अस्पताल से बाहर लाते समय मरीज को कार्डियक अरेस्ट आया। इसके बाद अस्पताल में मरीज को सीपीआर भी दी गई लेकिन उसकी जिंदगी को नहीं बचाया जा सका। कंप्लीट जांच रिपोर्ट अभी आनी बाकी है जिसके बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है।

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