महिलाओं के ऊपर टिप्पणी के मामले में मिला लीगल नोटिस, धीरेंद्र शास्त्री की बढ़ी मुश्किलें

उत्तराखंड: बाबा बागेश्वर धाम के नाम से प्रसिद्ध थे धीरेंद्र शास्त्री अपने चमत्कारों के कारण आए दिन मीडिया में छाए रहते हैं। लेकिन इन दिनों उनकी मुसीबतें बढ़ती नजर आ रही हैं। कारण है उनका प्रवचन में दिया गया विवादित बयान। उनके प्रवचन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह महिलाओं पर टिप्पणी करते हुए दिख रहे हैं। इसमें उन्होंने महिलाओं के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि, ‘जो महिलाएं मांग में सिंदूर लगाती हैं तथा मंगलसूत्र पहनती हैं वह रजिस्टर्ड प्रॉपर्टी है, लेकिन जो महिलाएं मांग में सिंदूर नहीं लगाती और मंगलसूत्र नहीं पहनती हैं वह खाली प्लॉट है’। वीरेंद्र शास्त्री के इस बयान की निंदा की जा रही है और कहा जा रहा है कि इसके लिए उन्हें देश की महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।

आप पार्टी’ के प्रदेश उपाध्यक्ष की पत्नी ने भेजा लीगल नोटिस

धीरेंद्र शास्त्री के प्रवचन में दी गई महिलाओं पर विवादित टिप्पणी के बाद उत्तराखंड की आप पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष की पत्नी तुलसी बिष्ट व आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ कार्यकर्ता ने लीगल नोटिस भेजा है। कहा कि नरेंद्र शास्त्री 15 दिन के भीतर देश की महिलाओं के अपमान के लिए माफी मांगे। नहीं तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने 10 जुलाई 2023 से 16 जुलाई 2023 तक ग्रेटर नोएडा में आयोजित एक भागवत कथा में कहा कि ‘जो महिलाएं मांग में सिंदूर लगाती हैं तथा मंगलसूत्र पहनती हैं वह रजिस्टर्ड प्रॉपर्टी है, लेकिन जो महिलाएं मांग में सिंदूर नहीं लगाती और मंगलसूत्र नहीं पहनती हैं वह खाली प्लॉट है’। वहीं आप पार्टी के प्रदेश समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि महिलाओं की प्रति धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान अत्यंत निंदनीय और अपमानजनक है। हिंदू धर्म में और हमारे पुराणों में महिलाओं को देवी के रूप में और माता के रूप में पूजनीय माना गया है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सार्वजनिक रूप से व्यास पीठ से देवी तुल्य महिलाओं के प्रति इस तरह की गैर मर्यादित टिप्पणी करके हिंदू धर्म की धार्मिक मान्यताओं का अपमान किया है। उन्हें न्यायालय से दंड जरूर मिलना चाहिए।

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