देहरादून– केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण के कार्यों को लेकर श्रेय लेने की होड़ सत्ता पक्ष और विपक्ष में लगी रहती है। 2013 में आए जल प्रलय के बाद केदारनाथ धाम में भयानक तबाही का मंजर देखने को मिला था। 2013 के बाद से ही धाम में पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण के काम शुरू हो गए थे लेकिन विषम भौगोलिक परिस्थितियों और छह माह यात्रा के चलते धाम में विकास कार्य में कछुआ चाल के चलते आज तक भी विकास कार्य पूरे नहीं हो पाए है।
वहीं शुक्रवार को केदारनाथ आपदा के दस वर्ष पूरे होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ पहुंचे। दर्शन के धाम में विकास कार्यों का जायजा लेते हुए सीएम ने कहा कि केदारनाथ धाम का मास्टर प्लान प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस कार्य में थोड़ा भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पुननिर्माण से संबंधित फेज-टू के कार्यों को साल के अंत तक पूरा करने के सख्त निर्देश भी सीएम धामी ने अधिकारियों को दिए। हेलीपैड से धाम तक विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण के बाद धामी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आज से दस साल पहले आई आपदा ने सब कुछ तहस नहस कर दिया था। श्रद्धालु केदारनाथ धाम आने की सोचने से भी डरते थे।
प्रधानमंत्री मोदी बाबा केदार के सच्चे और अनन्य भक्त है। बाबा केदार की कृपा और मोदी जी की दृढ़ इच्छा शक्ति के परिणाम स्वरूप ही आज केदारपुरी अपने दिव्य और भव्य रूप मे आ चुकी है। आगे भी धाम को दिव्य और भव्य रूप देने के लिए निरंतर विकास कार्य जारी है।
सीएम ने इस अवसर पर धाम मे पूजा अर्चना कर त्रासदी में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए हवन किया। धाम के ईशान कोण में नवनिर्मित ईशानेश्वर महादेव मंदिर में जाकर दर्शन किए। यात्रा की व्यवस्थाओं की जानकारी लेने के लिए सीएम ने यात्रियों ,व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों से भी बातचीत की।