उत्तराखंड- बिरोखाल जिला निर्माण एवं जन विकास समिति ने बीरों खाल को जिला बनाने की मांग उठाई है। समिति ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि बीरोंखाल को जिला घोषित नहीं किया जाता है तब आने वाले समय में होने जा रहे लोकसभा और विधानसभा चुनाव का स्थानीय लोग बहिष्कार करेंगे। देहरादून के हिंदी भवन में मीडिया से वार्ता करते हुए समिति के सदस्यों ने कहा कि बिरोखाल आज भी विकास से कोसों दूर है और लगातार सरकारों की ओर से इस क्षेत्र की अनदेखी की जाती रही है।
लोकसभा चुनाव का करेंगे बहिष्कार
समिति के संस्थापक और संयोजक पीएस बिष्ट का कहना है कि क्षेत्र के विकास के लिए कई बार मुख्यमंत्री, मंत्री और जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई, उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पांच विकासखंड है, इन विकास खंडों का मध्यवर्ती केंद्रीय स्थान बीरों खाल है। इसलिए इस क्षेत्र को जिला घोषित किए जाने को लेकर तमाम समितियों की ओर से प्रस्ताव भी दिया गया है। समिति के महामंत्री मोहन सिंह कंडारी ने कहा कि यदि बीरोखाल को जिला घोषित नहीं किया जाता है तो क्षेत्र की जनता जनप्रतिनिधियों का बहिष्कार करने के साथ ही त्रिस्तरीय चुनाव और लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेगी।