KNEWS DESK – दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी हार का सामना करना पड़ा। चुनाव नतीजों के बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने रविवार सुबह 11 बजे उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया।
आतिशी ने सितंबर 2024 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, जब अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा दिया था। वह करीब चार महीने तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। हालांकि, इस चुनाव में AAP की स्थिति बेहद कमजोर रही और पार्टी को सिर्फ 22 सीटों पर संतोष करना पड़ा। बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की है।
आतिशी ने बचाई अपनी सीट
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के कई बड़े चेहरे अपनी सीट नहीं बचा पाए। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और सौरभ भारद्वाज को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, आतिशी ने अपनी कालकाजी विधानसभा सीट से जीत दर्ज की। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी को 3580 वोटों से हराया। चुनाव आयोग के अनुसार, 12 राउंड की मतगणना के बाद आतिशी ने 52058 वोटों के अंतर से जीत हासिल की।
करारी हार के बाद आतिशी ने जनता के फैसले को स्वीकार करते हुए कहा, “हम दिल्ली की जनता के जनादेश को स्वीकार करते हैं। मैं अपनी पूरी टीम और उन कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने हिंसा और गुंडागर्दी का सामना करते हुए भी कड़ी मेहनत की।” उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में बेहतर बदलाव लाने के लिए काम किया, लेकिन जनता का फैसला अंतिम है।
बीजेपी की ऐतिहासिक वापसी
बीजेपी ने इस बार दिल्ली में जबरदस्त प्रदर्शन किया और पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई। पिछली बार AAP ने 70 में से 62 सीटें जीती थीं, लेकिन इस बार उसे केवल 22 सीटें मिलीं। बीजेपी को कुल 48 सीटें मिलीं, जिससे उसने दिल्ली की राजनीति में बड़ी वापसी की। दिल्ली में इस चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान हुआ था, जिसमें 60.54% वोटिंग दर्ज की गई, जो पिछली बार (62.60%) से थोड़ा कम थी।