हिन्दू पंचांग के अनुसार सावन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी का व्रत रखा जाता है, और शुक्रवार के दिन पड़ने से दुर्गाष्टमी का महत्व और बढ़ जाता है। ऐसे में दुर्गा के साथ भोलेनाथ और माँ लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है। माना जाता है की सावन में पढ़ने वाले दुर्गाष्टमी के दिन माँ दुर्गा की विधि अनुसार पूजा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है। साथ इन उपायों से धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
o इस बार दुर्गाष्टमी शुक्रवार के दिन पड़ रही है जो की बहुत शुभ है, ऐसे में तुलसी माँ के आसपास 9 दीपक जलाएं और 10वे दीपक को बहते पानी में विसर्जित कर दें। ऐसा करने से आपके रुके हुए काम पूरे हो सकते है। बिजनेस में भी मुनाफा हो सकता है।
o दुर्गाष्टमी के दिन आटे में थोड़ी सी चीनी मिलकर चिटीयों को खिलाएं, माना जाता है की ऐसा करने से पैसों की कमी से छुटकारा मिलता है।
o दुर्गाष्टमी में मंदिर जाकर माँ को मालपूए और केसर की खीर का भोग लगाएं। और लाल चुनरी भेंट करें ।
o दुर्गाष्टमी में सुहागिन महिलायें माँ दुर्गा को चूड़िया, सिंदूर, कंघी, शीशा, मेहंदी सहित सोलह शृंगार भेंट करें, ऐसा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
o दुर्गाष्टमी के दिन कन्याओं की विधि अनुसार पूजा करके उन्हें खीर-पूरी, हलवा, चने की सब्जी आदि का भोजन कराएं । ऐसा करने से माँ भगवती की हमेशा कृपा बनी रहती है और धन-धान्य की प्राप्ति होती है।