मोदी कैबिनेट के विस्तार जल्द ,मिशन 24 होगा टारगेट
शिंदे और जेडीयू गुट मिल सकता है कैबिनेट में स्थान
यूपी, पश्चिम बंगाल ,उड़ीसा ,पंजाब राज्यो का बढेगा प्रतिनिधित्व
पश्चिम बंगाल से शुभेंदु अधिकारी और मिथुन चक्रवर्ती को मिल सकता है मोदी कैबिनेट में स्थान
नरेंद्र मोदी कैबिनेट में मोदी मंत्री मंडल में बड़ा फेरबदल हो सकता है। मोदी कैबिनेट में होने वाली सम्भावित फेरबदल शिंदे गुट JDU के लिए बेहद अहम साबित हो सकती है। विश्वस्त सूत्रों ने दी जानकारी।
2024 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा सियासी बिसात बिछाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में बीजेपी अपने सहयोगी दलों को रिझाने की कबायद में जुटी हुयी है।
फिलहाल मोदी सरकार में अभी सहयोगी दल से एक भी कैबिनेट मंत्री नहीं है। मोदी मंत्रीमंडल में केंद्रीय मंत्रियों में अभी पांच मंत्रियों के पास तीन तीन मंत्रालय हैं। ऐसे में सहयोगी दलों को ऐसा न लगे कि भाजपा में उनकी अनदेखी हो रही है। लिहाजा मोदी सरकार सहयोगी दलों को कैबिनेट में जगह दे सकती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शिंदे गुट के कुछ नेताओं को मंत्री पद मिल सकता है वही JDU के भी कई नेताओं को मंत्रिमंडल में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।
गौरतलब हो कि वर्तमान में मोदी कैबिनेट में बीजेपी के मंत्री ज्यादा तादात में है। वहीं अगर मंत्री मंडल में मंत्री पद की बात करे तो केबल रिपब्लिकन पार्टी से रामदास अठाबले राजयमंत्री है इस बीच मुख़्तार अब्बास नकबी के इस्तीफे से जो जगह रिक्त हुई है, बीजेपी उसकी भरपाई करने की कबायद में जुटी हुयी है। लिहाजा संभव हैं कि अगस्त के अंतिम सप्ताह तक केन्दीय मंत्रीय मंडल में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं जिसमें सहयोगी दलों को अहम भूमिका देखने को है।
2024 लोकसभा चुनाव की बिसात बिछाने में जुट गई है भाजपा एक तरफ जहां राज्य में प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को चुनाव में घुटने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है तो वहीं केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार कर मोदी सरकार और भाजपा विपक्षियों को धरने का काम भी करेगी 2024 की तैयारी में भाजपा अभी से जुट गई है ऐसा बताया जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद मोदी कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा सहयोगी दलों के साथ-साथ जिन राज्यों में भाजपा लड़ाई में है वहां के नेताओं को कैबिनेट में स्थान देकर राज्य में वोट बैंक बढ़ाने का काम करेगी रात भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व लगातार कार्यकर्ताओं को 2024 के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं और जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है उन सरकारों की योजनाएं जन-जन तक पहुंचाने के लिए लगातार प्रशिक्षित किया जा रहा है और विपक्ष को 2014 2019 की तरह भाजपा अपने चक्रव्यूह में घेरने की तैयारी शुरू कर दी है भारतीय जनता पार्टी जनता दल यूनाइटेड और महाराष्ट्र में सहयोगी शिंदे गुटके नेताओं को मोदी कैबिनेट में स्थान देकर महाराष्ट्र और बिहार में विपक्षियों को घेरने का काम करेगी वही अपने कार्यकर्ताओं से 2024 लोकसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं को लगातार प्रशिक्षित भी कर रही है हाल ही में उत्तर प्रदेश में तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग कार्यक्रम आयोजित कर भारतीय जनता पार्टी ने विपक्षियों को यह संदेश दे दिया है कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा अपने कार्यकर्ताओं के साथ जनता के बीच रहती है और छोटे बड़े चुनाव में कभी अंतर नहीं समझती है भाजपा हमेशा अपने कार्यों की बदौलत जनता के बीच रहकर चुनावी तैयारी करती रहती है एक तरफ जहां विपक्ष संगठन विहीन है वहीं भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं के साथ मजबूती से 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी है नेतृत्व विहीन विपक्ष गठबंधन महा गठबंधन बनाने की कवायद तो करती है लेकिन सफलता हाथ नहीं लगती है हाल ही में संपन्न हुए राष्ट्रपति चुनाव हो या उपराष्ट्रपति का चुनाव आगे आगामी दिनों में होना है जिस तरह से विपक्ष बिखरा नजर आ रहा है इसको देखते हुए यह कयास लगाया जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह से 2014 लोकसभा चुनाव 2019 लोकसभा के आम चुनाव में सफलता हासिल की थी उसी तरह 2024 लोकसभा के आम चुनाव में भी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी
विश्वस्त सूत्रों प्राप्त जानकारी के अनुसार 15 अगस्त के बाद मोदी कैबिनेट का विस्तार होगा जिसमें पश्चिम बंगाल बिहार महाराष्ट्र पंजाब सहित कई राज्यों का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा और 2024 लोकसभा चुनाव से पहले यह अंतिम विस्तार होगा मोदी कैबिनेट का भारतीय जनता पार्टी मोदी कैबिनेट के विस्तार में अपने उस स्लोगन का पूरा ध्यान रखेगी सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास और सब का प्रयास जिस तरह से केंद्र या राज्य सरकारें इस स्लोगन के साथ काम कर रही है उसी स्लोगन पर मोदी कैबिनेट का विस्तार होगा और 2024 लोकसभा चुनाव के मैदान मैदान में उतरेगी
भाजपा के रणनीतिकारों ने 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी की रणनीति बनाना शुरू कर दिए हैं केंद्रीय नेतृत्व के साथ साथ सभी राज्य के नेतृत्व भी दो मिशन 2024 में पूरी तरह से जुट गए हैं देश के कोने कोने में केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में पहुंचाने के लिए केंद्रीय नेतृत्व के साथ राज्य नेतृत्व भी पूरी तन्मयता से लगा हुआ है ऐसे में भाजपा के चक्रव्यू को तोड़ने में बिखरा हुआ विपक्ष क्या रणनीति बनाकर मिशन 24 में उतरेगी यह आगामी दिनों में पता चलेगा लेकिन जिस तरह से बीजेपी ने अभी अभी से 2024 के लिए बिसात बिछाने या रणनीति बनाने कर मैदान में उतरी है उससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी विपक्षियों से तैयारी में बहुत आगे हैं जैसा विपक्ष भी भाजपा की इस रणनीति को स्वीकार करता है अब देखने वाली बात होगी कि भाजपा की इस रणनीति के आगे विपक्ष कहां टिकता है