टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का कार हादसे में निधन
टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का सड़क दुर्घटना में निधन हो गया है। मुंबई से सटे पालघर में कासा के पास हुआ हादसा
मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर हादसा हुआ
टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री आज अहमदाबाद से मुंबई वापस आ रहे थे पालघर के पास मुंबई में सड़क हादसे में उनका निधन हो गया ।शुरुआती जानकारी के मुताबिक, मिस्त्री की मर्सिडीज कार रोड डिवाइडर से टकरा गई। टक्कर के बाद मर्सिडीज के एयरबैग भी खुले, लेकिन मिस्त्री समेत दो लोगों की मौत हो गई। कार में कुल चार लोग सवार थे। पालोनजी के बेटे साइरस मिस्त्री को साल 2012 में रतन टाटा की जगह टाटा संस का चेयरमैन बनाया गया था।
लेकिन चार साल बाद 2016 में उन्हें अचानक पद से हटा दिया गया था। उनकी जगह रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन बनाया गया था। इसके बाद 12 जनवरी 2017 को एन चंद्रशेखरन टाटा सन्स के चेयरमैन बनाए गए थे। अचानक पद से हटाए जाने की वजह से उन्होंने कोर्ट का भी रुख किया था और वह राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण गये थे जहां उनके पक्ष में फैसला आया था। हालांकि इस फैसले के बाद रतन टाटा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। तभी से उनकी टाटा समूह के साथ ठनी हुई थी। टाटा समूह ने टाटा संस में एसपी ग्रुप की हिस्सेदारी खुद खरीदने का प्रस्ताव दिया था, जिसके लिए मिस्त्री परिवार तैयार नहीं था। यह मामला कोर्ट में भी पहुंचा था जिसने टाटा के पक्ष में फैसला दिया था।
एसपी ग्रुप पर भारी कर्ज है और उसने टाटा संस के कुछ शेयरों को गिरवी रखा है। चार जुलाई 1968 को साइरस मिस्त्री का जन्म बॉम्बे (जो अब मुंबई) के एक पारसी परिवार हुआ था। साइरस मित्री कंस्ट्रक्शन क्षेत्र की दिग्गज माने जाने वाले पलोनजी मिस्त्री और उनकी पत्नी के सबसे छोटे पुत्र थे। साइरस के माता-पिता दोनों पारसी धर्म से ताल्लुक रखते हैं और उनकी जड़ें भारत से जुड़ी थी। मिस्त्री की मां का जन्म आयरलैंड में हुआ था, और उनके पिता ने आयरिश नागरिकता लेने का विकल्प चुना। साइरस मिस्त्री के बड़े हैं जिनका नाम शापूर मिस्त्री है, वे भी आयरिश नागरिक हैं। और उसकी शादी पारसी वकील रुसी सेठना की बेटी बेहरोजज सेठना से हुई है। इसी साल 28 जून को साइरस के पिता और बिजनेस टाइकून पालोनजी मिस्त्री (93) का निधन हुआ था। साइरस और उनके पिता के निधन के बाद उनके परिवार में उनकी मां पाट्सी पेरिन डुबास, शापूर मिस्त्री के अलावा दो बहनें लैला मिस्त्री और अलू मिस्त्री रह गई ।