देहरादून- केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगे सोने की परतों के पीतल में बदलने की बात सामने आई है। पिछले वर्ष महाराष्ट्र के किसी दानदाता ने मंदिर में सोना दान किया था। वहीं अब र्तीर्थ पुरोहित मंदिर समिति पर आरोप लगाते हुए कहा रहे है कि केदारनाथ मंदिर के गर्भ लगे सोने में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। तीर्थपुरोहितों का कहना है कि धाम में लगी सोने की परतें पीतल की है। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
वही मंदिर में लगे सोने के पीतल में बदल जाने के मामले के राज्य में सियासत भी अपने चरम पर है। विपक्ष लगातार सरकार और मंदिर समिति पर हमलावर है। तो वहीं विपक्ष के सवालों पर पलटवार करते हुए भाजपा नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि हिन्दू और हिंदुत्व का विरोध कांग्रेस का परम धर्म है। भाजपा नेताओं का कहना है कि चारधाम यात्रा अपने चरम पर है। ऐसे में राज्य में बढ़ता पर्यटन विपक्ष को रास नहीं आ रहा है। इसलिए कांग्रेसी नेता एक बड़ी साजिश के तहत केदारनाथ धाम और उत्तराखंड की छवि पूरे देश में खराब करने की कोशिश कर रहे है।
पार्टी नेताओं ने बुधवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि कांग्रेस का यह आरोप निराधार है कि मंदिर के गर्भगृह को जिस दानदाता ने स्वर्ण मंडित कराया है उसने इसके बदले टैक्स में छूट का भारी लाभ लिया है। वहीं स्थिति को साफ करते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने दावा किया कि दानदाता ने तो केन्द्र और न ही राज्य सरकार से टैक्स में कोई छूट ली है। दानदाता को इसके बदले 80जी के तहत भी टैक्स में छूट नहीं दी गई है।
इसके साथ ही जोशी ने कहा कि केदारनाथ को बदनाम करने की जो घिनौनी हरकत कांग्रेस पार्टी कर रही है। इसकी सजा बाबा केदार कांग्रेस को जरूर देंगे।