KNEWSDESK- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्ग जिले के अधिवक्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने दुर्ग जिले के अधिवक्ताओं को सौगात दी। इसमें 33 लाख रूपए की लागत से बनी अधिवक्ता संघ की आदर्श लाइब्रेरी का लोकार्पण , 2 करोड़ की लागत 19 लाख रूपए की लागत से बने बार रूम शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने अधिवक्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि शपथ ग्रहण के समय अधिवक्ता संघ द्वारा लाइब्रेरी एवं बार रूम मरम्मत की मांग की गई थी ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के संविधान में व्यवस्था है कि यदि आप आरोपी हैं, तो इसके विरूद्ध अपनी बाते रखने का अवसर मिलता है. उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान परिवेश में भय सबके अंदर है, पर इसके विरूद्ध किसी ना किसी को आगे आना होगा । मुख्यमंत्री ने न्यायालय व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अधिवक्ताओं के योगदान के लिए सभी को शुभकामनाएं दी। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के एडवोकेट जनरल सतीश चंद्र वर्मा ने कहा कि न्यायालयीन व्यवस्था में आवश्यकताओं के लिए मुख्यमंत्री की पहल पर प्रकाश डाला।
अधिवक्ताओं का योगदान रहा
मुखयमंत्री ने अधिवक्ताओं के योगदान को बताते हुए कहा कि शपथ ग्रहण के समय अधिवक्ता संघ द्वारा लाइब्रेरी एवं बार रूम मरम्मत की मांग की गई थी। मुझे खुशी है कि छत्तीसगढ़ में न्यायालय की व्यवस्था से जुड़ी विभिन्न मांगें पूरी की गई हैं और आगे कहा कि समाज की विकास के लिए तब भी अधिवत्ताओं का योगदान रहा और आज भी है। आज समाज में सबसे ज्यादा बुद्धिजीवी अधिवक्ताओं को ही माना जाता है।
सी – मार्ट का किया उद्धाटन
सीएम भूपेश बघेल ने गंजपारा दुर्ग में आर्गेनिक सी – मार्ट का उद्धाटन किया । इसे 67 लाख रूपए की लागत से बनाया गया है। इस सी मार्ट में किसानों के आर्गेनिक उत्पादकों की बिक्री की इन्तजाम किया गया है। बता दें कि दुर्ग जिले में 155 जैविक बाड़ियां है, इसमें 60 जैविक बाड़ियों में साग – सब्जी – फल का उत्पादन किया जा रहा है। 1200 किसान जैविक खेती करते हैं सी मार्ट के खुलने के बाद इन्हें अपनी उपज का मूल्य मिलने लगा। 78 लाख जैविक उत्पादों काे बेचा जा चुका है।