प्रदेश में स्कूल-कॉलेज खुलने के बाद अब हॉस्टल खोलने के लिए मांग, दूर दराज के छात्राओं ने उठाई मांग कहीं ये बात …

रायपुर। प्रदेश में स्कूल-कॉलेज खुलने के बाद अब हॉस्टल खोलने के लिए मांग तेज हो गई है. दूर दराज से हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी एवं गरीब परिवारों का पढ़ाई करने का आधार हॉस्टल है. ऐसे में छात्र किराया लेकर रहने को मजबूर है.

पालक हितेश साहू, रवि कुमार अशोक साहू एवं अन्य विद्यार्थियों ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब स्कूल कॉलेज खोल दिया गया है तो हॉस्टल खोलने में क्या दिक़्क़त हो रही है? आखिरकार हॉस्टल क्यों नहीं खोला जा रहा है ? लॉकडाउन से ऐसे परेशान हैं. गरीबी में जीना मुहाल हो रहा है. ऐसे में बच्चों को पढ़ाने में उनकी रूम रेंट व्यवस्था करने में हालत ख़स्त हो रही है. जैसे स्कूल कॉलेज खोलने के लिए रोस्टर सिस्टम बनाया गया है. वैसे ही हॉस्टल में बनाकर खोला जाए, ताकि हम लोगों को राहत मिल सके.

वहीं पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार गिरीश कांत पाण्डेय ने कहा कि कोरोना काल को देखते हुए सभी हॉस्टल बंद करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन हॉस्टल खोलने के लिए अभी दिशा निर्देश जारी नहीं किया गया है, इसलिए अभी हॉस्टल सुविधा विद्यार्थियों को नहीं दी जा रही है. जो दूसरे राज्य से परीक्षा देने के लिए विद्यार्थी आ रहे हैं, उनके लिए फ़िलहाल औपचारिक रूप से हॉस्टल में रहने की व्यवस्था की गई है, लेकिन पढ़ाई के लिए अभी हॉस्टल नहीं खोला गया है. जब शासन प्रशासन से दिशा निर्देश मिल जाएगा फिर हॉस्टल एलॉटमेंट किया जाएगा.

 

वहीं शिक्षाविदों ने भी कहा कि धीरे-धीरे सब कुछ शर्तों के अधीन खोल दिया गया है. सिनेमा हॉल गार्डन खोल दिए गए. मार्केट खुला हुआ है. सारे शोरूम मॉल खोल दिया गया, ऐसे में हॉस्टल को भी शर्तों के अधीन खोलना चाहिए.

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